पानीपत – तेज रफ्तार कैंटर ने एलिवेटिड ब्रिज पर 11 केवी के खम्बे को मारी टक्कर ,हाइवे जाम

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सुमित / पानीपत – नेशनल हाइवे नंबर एक पर पानीपत शहर के बीचोबीच बने एलिवेटिड ब्रिज पर करीब दो घंटे पहले दिल्ली से करनाल की और जा रहे तेज रफ्तार कैंटर ने डिवाइडर के बीच लगे 11 केवी के खम्बे को जबरदस्त टक्कर मारने से 11 केवी  के लाइन के तार नेशनल हाइवे पर झूल गए जिससे दिल्ली चंडीगढ़ व् चंडीगढ़ दिल्ली दोनों तरफ का हाइवे जाम हो गया दोनों तरफ कई कई किलोमीटर वाहनों की लाइने लग गई पानीपत ट्रेफिक पुलिस ने छोटे वाहनों को शहर की सर्विस लाइन से डाइवर्ट किया तो वहां भी जाम सी स्थिति पैदा हो गई। हाइवे पुलिस व् एलएनटी टोल के कर्मचारियों बिजली विभाग के कर्मचारियों की मदद कर बिजली के तारो को हाइवे से हटवाकर ट्रेफिक को चालू किया। अस्पताल पहुंचे घायल ड्राइवर को फर्स्ट एड के बाद खानपुर पीजीआई रेफर कर दिया गया।

सुबह करीब 10 बजे पानीपत के बीचोबीच से गुजर रहे एलिवेटिड पुल पर वाहनों की लम्बी लम्बी लाइने देखकर  शहर में चर्चा होने लगी की कहीं पुल पर बड़ा एक्सीडेंट हो गया है क्योकि शहर के बीच से गुजरने वाले पुल के दोनों और ट्रेफिक थमा हुआ था। मौके पर पहुंची पानीपत ट्रैफिक पुलिस ने हाइवे पर पलटे कैंटर और टूटे हुए बिजली के खम्बे के कारण हाइवे पर लटकते बिजली के तारो को हटाने के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों को सूचना दी और कैंटर चालक व् उसके दूसरे साथी को इलाज के लिए एम्बुलेंस में सिविल अस्पताल भेजा। इसी दौरान टोल कर्मचारियों ने पुलिस के साथ मिलकर दोनों तरफ के वाहनों को रोक दिया ताकि बिजली की तारो से उलझ कर कोई बड़ा हादसा ना हो जाए। करीब एक घंटे की मशक्त के बाद काम लगे बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बिजली की तारो को हाइवे से दूर किया ट्रेफिक पुलिस व् टोल कर्मचारियों ने कैंटर को घटना स्थल से दूर कर ट्रेफिक को चालू किया लेकिन करीब एक किलोमीटर दूरी पर टोल प्लाजा होने के कारण ट्रेफिक रेंग रेंग कर चल रहा था।

पानीपत नेशनल हाइवे नंबर एक देश का सबसे व्यस्त हाइवे हैं 6 लेंन के इस हाइवे को एनएचआई 12 लेंन  में बदल रही है केंद्र व् राज्यों के विभागों की ना समझी के कारण ही इस तरह की घटनाएं होती है जिससे ना दिखने वाले बड़े नुक्सान होते हैं एक घंटे तक नेशनल हाइवे पर ट्रेफिक की रफ्तार का रुकना अपने आप में बहुत बड़ा नुक्सान है अगर यही बिजली विभाग इस तरह की तारें केबल के माध्यम से जमीन के नीचे से पार करता तो इस तरह की घटना को राका जा सकता था दूसरे यह एक बड़ा मामला सिफारिश या भ्र्ष्टाचार का भी सामने आता है स्थानीय लोगों का कहना है कि केवल एक फैक्ट्री को कनेक्शन देने के लिए यह लाइन हाइवे के ऊपर से बिछाई गई है । जब बिजली विभाग के एसडीओ ललित अत्री से इस बारे बात की गई तो अब भी वह लाइन को रिपेयर कर फिर से उसी तरह चालू करने की बात कह रहे थे उनका कहना है कि  जब तेज रफ्तार वाहन से इतनी जबरदस्त टक्कर लगेगी तो इसमें क्या किया जा सकता हे यानी सुधार की अब भी कोई गुंजाइश नजर नहीं आती।