सुमित / पानीपत – आज जिले की आंगनवाड़ी वर्कर, मिड डे मील वर्कर और स्वास्थ्य विभाग से संबंधित आशा वर्करों ने भारी संख्या में पानीपत के लघु सचिवालय के प्रांगण में पहुँच कर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर देश के प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और अपनी मांग रखी।
आज पानीपत का लघु सचिवालय का परिसर सरकार की विभिन्न परियोजनाओं में कार्य कर रही महिलाओं से भरा रहा। सभी महिला वर्कर सीटू (सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन ) के झंडे के बैनर तले सरकार की महिला विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी। सरकार की विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत महिला वर्कर सरकार से उचित मानदेय की मांग कर रही थी उनका कहना था कि उन्हें सरकार पक्का करे जब तक उन्हें पक्का नहीं किया जाता सरकार मिनिमम 18000 रूपये मासिक वेतन मानदेय दे। दूसरी और महिला आशा वर्कर ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगो को अनसुना किया जाता है तो 27 जनवरी से शुरू होने वाले पोलियो अभियान का बहिष्कार इस अभियान में काम नहीं करेगी साथ में आंगनवाड़ी वर्कर व् मिड डे मील वर्कर भी पोलियो अभियान में हिस्सा नहीं लेंगी। आशा वर्करो का कहना है कि उन्हें एक हजार मानदेय मिलता है और कई तरह के कार्य उनसे करवाए जाते हैं। सरकार के लिए यह शर्म की बात है जो सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है वही महिलाओं का शोषण कर रही है।