प्रधानमंत्री ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की सफलता के लिए हरियाणा सरकार को दी बधाई

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करनाल – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर झंूझनू राजस्थान में आयोजित कार्यक्रम के लाईव वीडियो स्ट्रीमिंग द्वारा देशवासियों के सम्बोधन में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विशेष तौर पर हरियाणा प्रदेश को बधाई दी और कहा कि दो वर्ष की अवधि में यहां का लिंगानुपात  900 का आंकड़ा पार कर गया है जो कि एक सराहनीय कार्य है। अब हरियाणा लिंगानुपात सुधार की दिशा में दूसरे प्रदेशों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बन गया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झंूझनू राजस्थान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का विस्तारीकरण किया और अब यह अभियान देश के सभी जिलों में लागू हो गया है। इसके अलावा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की तीसरी वर्षगांठ के मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से पुस्तक का विमोचन किया तथा प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय पोषण मिशन की रिमोट कंट्रोल से बटन दबाकर शुरूआत की।  कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया,इनमें हरियाणा के सोनीपत जिले के डीसी एम.के. पांडूरंग का नाम भी शामिल है,जो कि हरियाणा के लिए गौरव की बात है। इस मौके पर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की मंत्री मेनका गांधी सहित राजस्थान सरकार के मंत्रीगण व विधायकगण उपस्थित रहे।
वीडियो कॉन्फे्र सिंग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पिछले 100 वर्षो से पूरा विश्व अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस से जुड़ा हुआ है,लेकिन खुशी की बात है कि आज झूंझनू राजस्थान से पूरा हिन्दुस्तान जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि झूंझनू जिला में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के सकारात्मक परिणाम मिले है और इस अभियान को आगे बढ़ाया है,झूंझनू की माटी को मैं अपने मस्तक पर लगाता हूं। राजस्थान की धरती वीरों की पावन धरा है। झूंझनू जिले ने यह सिद्ध कर दिया कि चुनौती के सामने झुकेगें नहीं मगर झूझना स्वीकार है। इससे दूसरे प्रदेशों को भी आगे बढऩे का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में हरियाणा की ऐतिहासिक पानीपत की धरती से देशवासियों का बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू करने का आह्वान किया गया था। जोकि एक बहुत बड़ी चुनौती थी,लेकिन हरियाणा सरकार ने इस अभियान को अपनी प्राथमिकता में शामिल करके इसे एक जन आंदोलन का रूप दिया,जिसके फलस्वरूप हरियाणा में लिंगानुपात बढक़र 900 का आंकड़ा पार कर गया है। उन्होंने कहा कि बेटी को बोझ नहीं समझना चाहिए,बेटी तो परिवार की आन-बान-शान है। आज बेटियां आगे बढ़ रही है और हर क्षेत्र में अव्वल स्थान हासिल करके प्रदेश व देश का नाम रोशन कर रही है। यहां तक की इकलौती बेटी मां-बाप के बुढ़ापे का सहारा भी बनी हुई है और जिन मां-बाप के पास चार-पांच बेटे भी है,उसके बावजूद भी वे अनाथ आश्रम में रहने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि स्त्री-पुरूष की समानता से ही समाज संतुलित रहता है,जितने बेटे पैदा करते है,उतनी बेटी का भी पैदा होना जरूरी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरूआत करते हुए कहा कि जैसे ही तुम्हारे जहन में पीएम का नाम आए तो इसे पोषण मिशन समझना चाहिए तभी एक नये भारत और कुपोषण मुक्त भारत का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि कुपोषण एक बहुत बड़ी समस्या है,इससे बाहर निकलने के लिए सरकार द्वारा करीब 9 हजार करोड़ रूपये की अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं भी चलाई गई है। इनमें प्रधानमंत्री मातृत्व लाभ योजना,मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण,राष्ट्रीय कुपोषण मिशन जैसे अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल है। इसके अलावा महिला सशक्तिकरण व धूंआ रहित जीवन व्यतीत करने के लिए प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की भी शुरूआत की गई है,जिसके तहत करीब साढ़े तीन करोड़ परिवारों को मुफ्त में गैर कनैक्शन वितरित किये है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत हमें यह संकल्प लेना होगा कि वर्ष 2022 तक भारत को कुपोषण मुक्त बनाए। बच्चे सशक्त होंगे तो देश सशक्त होगा। यह मानवता का काम है,भारत के उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह के कारण भी माता व बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है,हमें बाल विवाह से बचना चाहिए।
वीसी में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि देश को आज एक ऐसा मजबूत एवं सशक्त नेतृत्व मिला है,जिनके कुशल मार्गदर्शन में जहां से सूर्य उगता है और जहां पर सूर्य छिपता है,उन सभी जगह कमल का फूल खिल चुका है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश को एक नई पहचान मिली है और एक नये भारत का उदय हुआ है। उन्होंने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों का लेखा-जोखा रखा और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की गतिविधियों पर विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर यह पहला अवसर है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद की कार्यवाही को छोडक़र झूंझनू राजस्थान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर महिलाओं को मान-सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को आगे बढ़ाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पूरी ताकत के साथ कार्य किया गया है और इसे एक जनआंदोलन का रूप दिया गया। आम आदमी की सोच को बदलने का प्रयास किया गया,शत-प्रतिशत संस्थागत डिलीवरी,अल्ट्रासांउड पर कड़ी नजर रखी गई,जिसके परिणामस्वरूप 1 हजार लडक़ों की तुलना में लड़कियों की संख्या 900 के करीब पहुंच गई। उन्होंने कहा कि 200 के करीब सखी सेंटर खोले गए,जहां एक लाख से ज्यादा महिलाओं ने सेवाओं का लाभ लिया है। उन्होंने राज्य सरकारों से पुलिस में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत पद आरक्षित करने की भी सिफारिश की है।
मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि आगामी 15 मार्च तक बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत विशेष कार्यक्रम जिला मुख्यालय,ब्लॉक,तहसील,गांवों,आगंनवाड़ी केन्द्रों व स्कूलों में अलग-अलग प्रकार की गतिविधियां करके लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने वीसी में उपस्थित महिला एवं बाल विकास विभाग की सीडीपीओ राजबाला, डा०राजबाला मोर,सभी सुपरवाईजर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को निर्देश दिये कि अपने-अपने क्षेत्र में अभियान की सफलता के लिए कड़ी मेहनत से कार्य करें।