शाहजहाँपुर – डॉक्टर का कारनामा

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नन्दलाल /शाहजहाँपुर – वैसे तो डॉक्टर को धरती का भगवान कहते है लेकिन जब भगवान ही हैवान बन जाए तो फिर क्या कहा जाए। कुछ ऐसा ही एक मामला शाहजहाँपुर में आया है जहां एक डॉक्टर की लापरवाही दो साल के मासूम को भारी पड़ गयी। यहां डॉक्टर ने मासूम की हड्डी टूटने पर उसके गलत प्लास्टर चढ़ा दिया। जिससे मासूम का हाथ तिरछा पड़ गया।जब परिजनों ने इसकी शिकायत डॉक्टर से की तो डॉक्टर ने मासूम के परिजनों के साथ अभ्रदता करने लगे और उनको उल्टा फंसाने की धमकी दे डाली। फिलहाल परिजनों ने मामले की तहरीर पुलिस को दे दी है।

दरअसल तिलहर थाना क्षेत्र के मोहल्ला दातागंज के रहने वाले आशीष पांडेय के दो साल के मासूम बच्चे शनि पांडेय का छः महीने पहले जून 2017 में खेलते वक्त गिर गया था। जिससे उसके हाथ मे हल्का सा वाल पड़ गया। जिसका इलाज कराने आशीष पांडेय शाहजहाँपुर के एचसी मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टर आकाश श्रीवास्तव के पास पहुंचे। यहां डॉक्टर ने पहले तो मासूम के 15 दिन का कच्चा प्लास्टर चढ़ाया। 15 दिन बीत जाने के बाद भी जब आशीष को अपने मासूम बच्चे का हाथ सही होता नजर नही आया। तो वह दोबारा अपने मासूम बच्चे को लेकर डॉक्टर आकाश श्रीवास्तव के पास पहुंचे। तो डॉक्टर आकाश श्रीवास्तव ने पक्का प्लास्टर चढ़ा कर 6 माह में मासूम का हाथ सही होने की बात कहकर परिजनों को घर भेज दिया। लेकिन इन छः माह में भी मासूम का हाथ सही नही हुआ बल्कि उसका हाथ तिरछा हो गया। इसके जब दोबारा मासूम के परिजन अपने बच्चे को लेकर डॉक्टर के पास गए तो डॉक्टर ने परिजनों के साथ अभ्रदता की और उल्टा उनको फंसाने की बात कह कर अस्पताल से भाग गया। फिलहाल परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ कोतवाली थाने में तहरीर दे दी है वही पुलिस का कहना है कि मामले में जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।