मुंबई: मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शनिवार को नमाज़ अदा करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया. दरअसल, एक यात्री का आरोप है कि कुछ मुस्लिम यात्री एयरपोर्ट पर बीच रास्ते पर ही नमाज़ पढ़ने बैठ गए. इससे होने वाली परेशानी के चलते कुछ यात्रियों ने विरोध किया. हालांकि, एयरपोर्ट पर नमाज़ के लिए विशेष रूम की व्यवस्था भी है. नमाज़ अदा करने वाले यात्रियों के पास CISF के जवान तैनात थे और वह अन्य यात्रियों को मुस्लिम यात्रियों से दूर हो कर आने-जाने के लिए कह रहे थे. बीजेपी नेता विनीत गोयनका ने इस पर आपत्ति उठाई और एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए. विनीत गोयनका नाम के यात्री ने इस पर आपत्ति उठाई I
गोयनका का आरोप है कि वहां पर तैनात सीईएसएफ जवान एचएस रावत ने बदतमीजी की. उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर जब नमाज अदा करने के लिए अलग से रूम की व्यवस्था है तो किसी को बीच रास्ते में नमाज़ अदा करने क्यों दे रहे हो? अगर इन्हें अनुमति दे रहे हो तो मुझे भी पूजा की अनुमति दो?
गोयनका का यह भी आरोप है कि सीआईएसएफ जवान ने दुर्व्यवहार किया और हिंदुओं के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की. इसके बाद गोयनका ने एयरपोर्ट पर धरना प्रदर्शन शुरू किया. गोयनका अपनी पत्नी के साथ थे. विनीत का आरोप है कि उनकी पत्नी ने जब धरना प्रदर्शन की तस्वीर को कैमरे में कैद करना चाहा तो जवान ने कैमरा छीनने की कोशिश की. गोयनका ने इसके खिलाफ़ शिकायत केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी खत लिखा है. साथ ही सीआईएसएफ के स्थानीय प्रमुख को भी शिकायती आवेदन दिया है. हालांकि अभी तक सीआईएसएफ का पक्ष सामने नहीं आया है.
गोयनका मुंबई से दिल्ली AI 101 फ्लाइट से जाने वाले थे. उन्होंने रात 8 बजे से साढ़े 10 बजे तक धरना दिया. इसके चलते फ्लाइट छूट गई. उन्होंने सीआएसएफ ऑफिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है. शिकायत दो सीआईएसएफ कर्मियों इंस्पेक्टर शशि कुमार और सब-इंस्पेक्टर एचएस रावत के खिलाफ दर्ज कराई है.