करनाल -दो कथित पत्रकार ब्लैकमेलिंग में गिरफ्तार

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करनाल – पुलिस ने एक डिपो होल्डर को ब्लेक मेल करने के आरोप में दो कथित पत्रकारों को गिरफ्तार किया है l  यह लोग उससे लाखों रूपये वसूल कर चुके हैं  इनमे से एक आज़ाद शर्मा को कर्ण विहार के डिपो होल्डर से 25000 रूपये लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है , दूसरे आरोपी संजय रैना को अर्बन स्टेट के सेक्टर 13 से गिरफ्तार किया है l डी.एस.पी. नायब सिंह ने पत्रकारों को कॉन्फ्रेंस कर बताया कि दो फेसबुक चलाने वाले लोग अपने आपको पत्रकार बताकर एक डिपो होल्डर को पिछले दो वर्षों से ब्लैकमेल कर रहे थे l लेकिन ज्यादा परेशान होने पर डिपो होल्डर ने पुलिस में शिकायत दी और आज़ाद शर्मा को रंगे हाथ ब्लैकमेलिंग की रकम लेते हुए गिरफ्तार करवा दिया l सिविल लाइन के एस एच ओ बलजीत ने बताया कि हमारी टीम ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में आज़ाद शर्मा को 25000 रूपये लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है l उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता  विपिन मित्तल ने बताया कि आज़ाद शर्मा और संजय रैना दोनों फर्जी पत्रकार हैं डरा धमकाकर झूठे मुकदमें दर्ज करवाने का भय दिखाकर आये दिन ब्लैकमेल करके पैसा मांगते हैं l इस पर पहले भी कई केस दर्ज हैं l

शिकायतकर्ता डिपो होल्डर विपिन मित्तल ने बताया कि मैं इन दोनों से पिछले दो वर्षों से परेशान हूँ इससे  पहले भी ये मुझसे सप्लाई बंद करवाने की धमकी देकर 70000 रुपया ले गए l मैंने सारी ऑडियो और वीडियो रिकार्डिंग पुलिस को दे दी है l आज ही आज में करीब 20 फोन आ गए हैं मैं इनसे बहुत परेशान हूँ l मंगलवार को संजय रैना और एक महिला मेरे पास आई थी और मुझे कहा कि तुम गेहूं कम तोल रहे हो तुम्हारी वीडियो बनाई हुई है l इनसे शहर के काफी डिपो होल्डर परेशान हैं  सारे डिपो होल्डर मिलकर प्रशासन को अपनी शिकायत देंगें l डिपो होल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव शर्मा ने बताया कि मित्तल ने तंग आकर अपनी बेटी की अंगूठी बेचकर इनको रुपया दिया l

मुख्यमंत्री के मीडिया कोर्डिनेटर जगमोहन आनंद से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में पूरा मामला है , मैं अभी पूरा नहीं बता सकता हूँ लेकिन गलत के खिलाफ निश्चित रूप से कार्यवाही होगी l  ज्ञात रहे कि पत्रकारिता के नाम पर ब्लैकमेलिंग करने का यह कोई पहला मामला नहीं है l इनकी कुछ समय पहले भी राईस मिलरों को ब्लैकमेल करके रुपये ऐंठने की बात सामने आयी थी l सरकार के खिलाफ प्रशासन के खिलाफ एजेंडों पर काम करने वाले इस तरह के फर्जी लोग आज कहां से कहां पहुंच गए l पिछले दिनों पत्रकारों का एक दल मुख्यमंत्री से मिला था और मुख्यमंत्री के संज्ञान में सोशल मीडिया और फेसबुक लाइव का गलत इस्तेमाल कैसे हो रहा है ये बताया था, जिस पर मुख्यमंत्री ने इस पर कानून बनाने का भरोसा भी दिलाया था l

लेकिन रोज बढ़ती ऐसी घटनाएं इस बात का सबूत हैं कि ऐसे फेसबुकियों , यू ट्यूबर्स पर सख्त कार्यवाही नहीं हो रही है , क्योंकि इनमें से कोई न कोई किसी न किसी नेता के लिए ही तो काम कर रहे हैं यानि अब सैयां भये  कोतवाल तो डर काहे का l एक समाज सेवी ने अपना नाम न लिखने की शर्त के साथ बताया कि ऐसे लोगों ने पत्रकारिता के नाम को ही बदनाम कर दिया है ,ये सब सरकार के ढीले रवैये के कारण हो रहा है , इसका गलत इस्तेमाल समाज और देश के लिए बहुत खतरनाक बनता जा रहा है हर कोई फोन लेकर लाइव करने या पत्रकार बनकर खबर करने लगता है लोग उसे पत्रकार समझने लगते हैं  क्योंकि उन्हें नहीं पता कि इसकी कोई पढ़ाई या अनुभव होता होगा l यही लोग मुख्यमंत्री से सवाल पूछते हैं इन्हे तब भी पता नहीं चलता l जब इस मामले मे बीजेपी के प्रदेश महामंत्री वेदपाल से बात की तो उन्होंने कहा कि इन दोनों का बीजेपी की किसी सूची में नाम नहीं है l