करनाल-भ्रम के बाद वापिस आए भाजपा के साथ जिला परिषद सदस्य

0
235

करनाल- कांग्रेस झूठ की राजनीति करती है। जनाधार खोने के बाद भ्रम के बूते सत्ते पर काबिज होने के सपने संजो रही है, पर इनकी काठ की हांडी पूरी तरह से जल चुकी है। यह बात जिला परिषद चेयरमैन व सदस्यों ने शुक्रवार को जिमखाना क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए कही। जिला परिषद के सदस्यों द्वारा कांग्रेस का समर्थन करने का भ्रम फैलाए जाने के बाद सदस्यों ने एक पत्रकार वार्ता कर कांग्रेस पर खुलकर हमला बोला और भाजपा का समर्थन करने का ऐलान किया। जिला परिषद करनाल की चेयरपर्सन प्रवेश राणा के पति सोहन सिंह राणा ने कहा कि उनकी सरकार से कोई नाराजगी नहीं है, वे भारतीय जनता पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और खड़े रहेंगे। कांग्रेस द्वारा जिला परिषद के कुछ सदस्यों के भाजपा छोड़े जाने का भ्रम फैलाया गया था। इस मसले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से उनकी मुलाकात हो चुकी है। मुख्यमंत्री के आश्वस्त किया है कि उनके मान-सम्मान में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। गौरतलब है कि वीरवार को भाजपा जिला अध्यक्ष योग्रेद राणा के नेतृत्व में जिला परिषद सदस्यों ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की थी और उन्हें यकीन दिलाया था कि भाजपा की प्रचंड जीत के लिए जिला परिषद सदस्य अपनी जी जान लगा देंगे। मुख्यमंत्री की थापी का असर शुक्रवार को साफ-साफ दिखाई दिया और जिला पार्षदों ने पत्रकार वार्ता कर कांग्रेस की बखिया उधेड़ दीं। सोहन सिंह राणा ने जिमखाना क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जिला परिषद में कुल 25 सदस्य हैं, जिनमें से 18 भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं।
उन्होंने कहा कि करनाल लोकसभा चुनाव में जिला परिषद के सदस्य मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और मनोहर लाल को जिताने के लिए पूरा दम लगाएंगे और उन्हें भारी बहुमत से जिताने का काम करेंगे। करनाल विधानसभा उप चुनाव में भी वे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ हैं। मुख्यमंत्री और पंचायत मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया है कि चुनाव के बाद खामियों को दूर करके विकास में तेजी लाई जाएगी। इस अवसर पर पार्षद गुरदीप राणा बीजना, सुरेंद्र उड़ाना, मोहन सैनी, विक्रम राणा पधाना, दिलबाग राणा, सुरेंद्र कांबोज, पूर्ण चंद, सतपाल जगबीर रत्तक, प्रदीप राणा, विनोद कश्यप, धीरज खरकाली उपाध्यक्ष, राजकिशन स्टौंडी आदि जिला पार्षद उपस्थित रहे।
जिला परिषद सदस्य गुरदीप राणा बीजणा ने कहा कि जिला परिषद के सदस्य एकजुट हैं और विकास को लेकर प्रतिबद्ध हैं। मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री रहते हुए विकास में कही नहीं आने दी। जिला परिषद का पहले 5 करोड़ रुपए का बजट होता था जो अब बढ़कर 25 करोड़ रुपए का हो चुका है। पिछले डेढ़ वर्ष में करोड़ों रुपए के काम हो चुके हैं। उन्हें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर पूरा विश्वास है कि वे चुनाव के बाद हमारी समस्याओं का समाधान करेंगे और विकास कार्यों को करवाने में कमी नहीं आने देंगे।
खेत के रास्ते किए पक्के
पत्रकार वार्ता में जिला परिषद सदस्यों ने कहा कि वे मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्रों से चुनकर आए हैं, इसलिए ग्राम विकास की तरफ ध्यान देना उनकी प्राथमिकता रहती है। सरकार ने गांवों में विकास की झड़ी लगा रखी है। वर्तमान में गौर करें तो खेत में जाने वाले रास्ते भी पक्के हो चुके हैं, जिनसे पैदल व्यक्ति भी नहीं गुजर सकता था। अब उन सड़कों पर गाड़ियां सरपट दौड़ रही हैं और खेत के रास्ते पक्के होने से उनकी जमीन की कीमतें भी कई गुना बढ़ गई हैं। शायद ही कोई ऐसा गांव होगा जिसकी कोई गली कच्ची हो या जलभराव जैसी समस्या हो।