करनाल – विश्व साइकिल दिवस  -मेरा गांव मेरा मिशन संस्था ने शुरू किया था साइकिल चलाने का अभियान

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करनाल- जिस साइकिल पर चढ़ कर करनाल नगरी स्मार्ट सिटी के दर्जे तक पहुंची। उसी साइकिल को करनाल के प्रशासन और लोगों ने भुला दिया। कभी करनाल को साइकिल देने वाला सांझी साइकिल प्रोजेक्ट भी  दम तोड़ रहा है। सांझी साइकिल के नाम पर खर्च किया गया करोडों रुपया पानी में मिल गया। फ़िलहाल करनाल में पिछले छह सालों से साइकिल के लिए अलग से मार्ग बनाने की योजना भी फाइलों में दर्ज होकर रह गई है। करनाल में लगभग छह साल से साइकिल को लेकर अभियान चल रहा है। करनाल से ही राहगिरी की शुरूआत हुई। मेरा गांव मेरा मिशन संस्था ने मेरी साइकिल मेरा अभियान चलाया , जिसके तहत शहर के स्कूलों में भी जा जाकर अभियान चलाया गया और जिसका बहुत प्रभाव भी पड़ा l बच्चों ने अभियान से प्रेरित होकर साईकिल भी खरीदीं जिसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया l उस समय बाजार में भी साईकिल का व्यवसाय खूब बढ़ा l
उसके बाद इस अभियान के चलते मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राहगिरी में आकर साइकिल चलाने के लिए संकल्प पत्र भी भरा था। उस समय पचास हजार लोगों ने साइकिल चलाने के लिए संकल्प पत्र भरे थे  l   बाद में जब स्मार्ट सिटी के लिए दौड़ शुरू हुई तो सांझी साइकिल का प्रोजेक्ट लाया गया।  जिसमें सिटीजन को साइकिल चलाने के लिए बहुत कम किराए पर साइकिल लेने की सुविधा दी जाने लगी।
राहगिरी में साइकिल चलाना एक आकर्षण बन गया था । तत्कालीन पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने मंगलवार नो कार डे  मनाने की शुरआत भी की l  शहर  में मंगलवार को साइकिल रैली निकाली जाती थी। सड़कों पर कार नजर नहीं आती थी। एसपी और डीसी भी ई रिक्शा या फिर साइकिल पर जाते थे। करनाल में साइकिल के लिए अलग से मार्ग बनाने की तैयारी की भी गई। इस बीच नगर निगम से सुमेधा कटारिया,  एसपी पंकज नैन के तबादले के साथ ही साइकिल अभियान ने दम तोड़ दिया। जिस साइकिल पर चढ़ कर स्मार्ट सिटी का मार्ग तय किया गया उसी साइकिल को सरकार ने भुला दिया। विश्व  साइकिल दिवस पर केवल भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद ने साइकिल चला कर साइकिल दिवस पर संदेश दिया । करनाल में साइकिल का मार्ग कब बनेगा इसका  इंतजार छह साल से करनाल के साइकिल प्रेमियों को है, जिसकी गत दिवस घोषणा भी की गई है l एनडीआरआई से  लेकर बलड़ी बाईपास तक साइकिल प्रेमी साइकिल चलाते देखे जाते हैं।   शहर के बुद्धिजीवी लोग आज भी चाहते हैं कि मंगलवार नो कार जैसा अभियान प्रशासन फिर से शुरू करे ताकि पर्यावरण भी स्वस्थ रहे और शहरवासी भी l