कुल्लू – धाराकुटली गांव को सड़क के साथ ना जोड़ने पर ग्रामीणों ने जताया रोष  

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रिपोर्ट -पूजा ठाकुर/कुल्लू  – जिला कुल्लू की सैंज घाटी में तलाड़ा से पानवीं तक एससी कम्पोनेंट के तहत करीब 8 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है जिसके चलते इस सड़क का निर्माण एससी वर्ग के गांवों को सड़क से जोड़ना मुख्य उद्देश्य है लेकिन इस सड़क में एससी वर्ग का एक गांव सड़क से करीब आधा किलोमीटर दूर रह रहा है।लेकिन ठेकेदार व विभाग की मनमानी के कारण इस गांव को सड़क से नहीं जोड़ा जा रहा है। विभाग व ठेकेदार के प्रति  ग्रामीणों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि सर्वे में नक्शे में जब धारा कुटली गांव का नाम है तो सड़क को विभाग व ठेकेदार नीचे से क्यों मोड़ रहे है।
धाराकुटली निवासी दिले राम, धनी राम, लता देवी, दुनी चंद, राजू, केहर सिंह, सूरत राम, यान चंद, धर्मचंद, राम सिंह, डोलमा, सरीता, निर्मला देवी ने बताया कि उनके साथ अन्याय हो रहा है। विभाग गांव को सर्वे के मुताबिक सड़क निर्माण नहीं कर रहा है जिस कारण हमारा गांव सड़क से आधा किलोमीटर दूर रह गया है। जबकि धाराकुटली गांव पूरा एससी वर्ग से संबंध रखने वाले लोगों का ही गांव है। ऐसे में इस योजना का उद्देश्य भी इस वर्ग के लोगों के गांवों काे सड़क सुविधा से जोड़ने का होता है लेकिन यहां विभाग ऐसा नहीं कर रहा है। धारा कुटली गांव के लोगों ने आरोप लगाया है कि लोक निर्माण विभाग
इस सड़क के लिए हुए सर्वे के मुताबिक सड़क का निर्माण नहीं कर रहा है। गांव के लोगों ने इस संदर्भ में डीसी कुल्लू को भी एक शिकायत पत्र सौंपा है और मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम बंजार को इस मामले में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं जबकि एसडीएम ने अब एक्सियन लोक निर्माण विभाग को ये आदेश फार्वड कर दिए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने एक स्थान पर सड़क का काम रोक दिया है लेकिन उसके बावजूद भी विभाग ने आगे का काम करने के लिए किसी दूसरे स्थान से मशीनरियों को आगे स्पॉट पर पहुंचा रहे हैं और काम शुरू कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनके गांव को इस योजना के तहत बन रही सड़क से जोड़ा जाए।
एक्सियन, लोक निर्माण विभाग, बंजार चमन ठाकुर का कहना है कि सड़क का निर्माण सर्वे के मुताबिक हो रहा है और जब सर्वे चल रहा था तो उस समय गांव के लोगों ने गिफ्ट डीड नहीं दी थी जिस कारण जो फाईनल सर्वे हुआ था उसके आधार पर ही सड़क का निर्माण किया जा रहा है। अगर ग्रामीण यह चाहते हैं कि उनके गांव को भी सड़क से जोड़ा जाए तो उन्हें गिफ्ट डीड की औपचारिकताएं पूरी करनी होगी उसके बाद इस गांव को सड़क सुविधा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।