Nainital:सबसे हैवी वेट मुकाबला नैनीताल की लोकसभा सीट पर

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Nainital/Kanta Pal- उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में सबसे हैवी वेट मुकाबला नैनीताल की लोकसभा सीट पर है। इस सीट पर उत्तराखंड के दो बड़े नेता आमने सामने है। बीजेपी ने जहां अपने प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत पर दांव खेला है। कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस के रंग में रंगने वाली नैनीताल के मतदाताओं के लिए इस बार अपना सांसद चुनना आसान नही होगा। सरोवर नगरी नैनीताल लोकसभा सीट का इतिहास और क्या है यहां का राजनीतिक गणित , जानने की कोशिश करेंगे। उधमसिंहनगर लोकसभा सीट का गठन 2008 में हुए परिसीमन के बाद हुआ. 1952 से 2008 तक इस सीट का वजूद नहीं था. नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सीट उत्तराखंड के दो जिलों नैनीताल और उधमसिंह नगर में फैला है l इस लोकसभा सीट के तहत विधानसभा की 14 सीटें आती हैं. नैनीताल जिले में भीमताल, हल्द्वानी, कालाढूंगी, लालकुआं, नैनीताल, सीटें हैं l जबकि उधमसिंह नगर जिले में बाजपुर, गदरपुर, जशपुर, काशीपुर, खटीमा, किच्छा, नानकमत्ता, रुद्रपुर और सितारगंज सीट आती हैं। 2009 में पहली बार जब इस सीट के लिए चुनाव हुए तो कांग्रेस के करण चंद सिंह बाबा ने जीत हासिल की थी जिसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड के पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी ने 2 लाख 84 हजार 717 वोटों से जीत हासिल की. लेकिन इस बार पार्टी हाईकमान ने भगत सिंह कोश्यारी के मना करने पर अजय भट्ट पर भरोसा जताया हैं। क्या कुछ मुद्दों को लेकर इस बार अजय भट्ट चुनावी मैदान में उतरे हैं।

बीजेपी ने जहां पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी को टिकट नहीं दिया है तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व सीएम हरीश रावत पर ही विश्वास किया है। अनुभवी हरीश रावत का कहना है की जनता जुमलों से तंग आ चुकी है इसलिए इस बार जीत कांग्रेस की ही होगी। हरीश रावत ने कहा की कांग्रेस का एजेंडा लोककल्याण है साथ ही किसानों को लेकर उन्होंने कहा कि अगर इस बार कांग्रेस की सरकार आती है तो कांग्रेस सरकार सबसे पहले एक माह के अंदर किसानों का कर्ज माफ करेंगी।

2009 में अस्तित्व में आई नैनीताल संसदीय सीट पर जनता ने एक बार कांग्रेस और एक बीजेपी दोनों ही पार्टीयों को भाप लिया है लेकिन इस बार जो चुनाव होने जा रहे हैं उसमें दोनों ही पार्टीयों के दिग्गजों के बीच चुनने के लिए जनता की मुश्किलें भी काफी बढ़ गई है। इस बार जनता किस मूड में है ये तो जनता ही तय करेगी।

जनता इस बार उसे ही वोट देगी जो जनता के लिए काम करेगा और विकास की बात नहीं बल्कि विकास करेगा। नैनीताल कुल मतदाता — 17,88,737 है जिसमे महिला मतदाता — 8,41,420, पुरूष मतदाता— 9,37,354 जबकि अन्य—26 और सर्विस वोटर— 9937

पिछले लोकसभा चुनाव की बात करे तो बीजेपी के भगत सिंह कोश्यारी को मिले 6 लाख 36 हजार 769 वोट मिले जबकि कांग्रेस के करण चंद सिंह बाबा को मिले 3 लाख 52 हजार 52 वोट कोश्यारी ने 2 लाख 84 हजार 717 वोटों से की जीत हांसिल। सरोवर नगरी नैनताल में किसकी नय्या पार होगी और कौन इस नय्या का खिवैया बनेगा ये तो जनता ही तय करेगी लेकिन जिस तरह से बीजेपी और कांग्रेस के बड़े चेहरा मैदान में उतरकर चुनाव प्रचार में ऐड़ी—चोटी का जोर लगा रहे हैं उसने कही ना कही जनता की मुश्किलों को ज़रूर बढ़ा दिया है।