आगरा – कोहिनूर-ए-ताज फैशन कॉन्टेस्ट में दिखी बेटी बचाओ अभियान की झलक

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रिपोर्ट – नसीम अहमद /आगरा – बेशक आज कोहिनूर भारत की शान नहीं है, लेकिन यहां की युवा पीढ़ी की बुद्धिमता, रचनात्मकता, कलात्मकता और उत्साह उस कोहिनूर की चकाचौंध से कुछ कम नहीं है। होटल रमाडा में ब्लास्टर ग्रुप द्वारा आयोजित मिस्टर एंड मिस कोहिनूर-ए-ताज 2018 ब्यूटी कॉन्टेस्ट में फैशन के जलवे बिखेरने वाली युवा पीढ़ी के साथ-साथ शादीशुदा महिलाये भी कम नहीं प्रतीत हो रही थी | कार्यक्रम का दीप प्रज्जलन महापौर नवीन जैन, ब्लास्टर ग्रुप की निदेशक चंचल गुप्ता, हल्दीराम के एमडी कृष्ण कुमार अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, चंचल अग्रवाल, श्वेता वार्ष्णेय, सुनील अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में गणेश वंदना की गई। कॉन्टेस्ट की सेलीब्रिटी गेस्ट बॉलीवुड अभिनेत्री टिया वाजपई एंव रश्मि झा का स्वागत चंचल गुप्ता ने स्मृति चिन्ह देकर किया। इस दौरान फीलिंग फोटोग्राफी के सहयोग से शूट किये नव वर्ष 2019 के कलेण्डर का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया गया |

बेटी नहीं चाहिए तो बहू और बहन कहां से लाओगे
अभिनेत्री टिया वाजपई ने कहा कि बहन चाहिए, बहू भी चाहिए। गर्ल फ्रेंड और पत्नी भी चाहिए। लेकिन बेटी नहीं चाहिए। बेटियों के प्रति लोगों की यही मानसिकता रही तो लोग बहू, बहन और पत्नी के लिए भी तर जाएंगे। वही, अभिनेत्री रश्मि झा का कहना था कि वर्षो से कोहिनूर ए-ताज के माध्यम से आगरा की प्रतिभा को एक नया मंच मिल रहा है| महापौर नवीन जैन ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ व दुर्घटना मुक्त भारत अभियान के साथ शुरु होने वाले ब्यूटी कॉन्टेस्ट की सराहना की और इस सामाजिक मुद्दे के साथ अन्य संस्थाओं के जुड़ने की भी अपील की।

तीन राउन्ड में आयोजित कॉन्टेस्ट में पहला राउन्ड था इंट्रो राउन्ड। इस दौरान प्रतिभागियों ने अपना परिचय दिया। वहीं दूसरे राउन्ट में वैस्टर्न ड्रेश के माध्यम से बताया कि सड़क पर चलते समय हमें किन नियमो का पालन कर अपने जीवन को सुरक्षित बनाना हैं। तीसरा राउन्ड था प्रश्न-उत्तर राउंड। कार्यक्रम के प्रारम्भ में सभी अतिथयों को बुके प्रदान कर स्वागत किया गया। संचालन अमित सूरी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बबिता चौहान, सुनील मंगरानी, मानवी मेहता, गौरव धवन, तरुण अग्रवाल, रोली सिन्हा, विनीत बवानिया, राजीव अग्रवाल, अलका दुआ, हेमंत आनंद, प्रशांत खेरा, मनोज जादौन, विकास अग्रवाल, सुधांशु भाटिया, दीपाली परमार आदि मौजूद रहे |
हम किसी से कम नहीं। रैम्प पर हाथों में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के स्वोगन की तख्तियां लेकर जलवा बिखरने वाली प्रतिभागी शायद यही कहना चाहती थीं कि हम किसी से कम नहीं हैं। फिर क्यों समाज में आज भी हमारा वो महत्व नहीं जो बेटों का है। देश की भावी पीढ़ी ने फैशन शो के माध्यम से संदेश दिया तो बेटी को दुलार नहीं करोगे तो अपने अस्तित्व को ही खतरे में डाल दोगे।