करनाल – किसी शहर से कम नहीं है गांव बसताड़ा

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बसताड़ा गांव  / करनाल  – करनाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले करीब 500 वर्ष पहले से आबाद बसताड़ा गांव ऐसा गांव है जिसमें हरियाणा सरकार के विकास की सच्ची तस्वीर दिखाई दे रही है। पूरे गांव का विकास शहर की तर्ज पर हो रहा है। हर सुविधाओं से परिपूर्ण गांव आज प्रदेश में अपनी पहचान बनाए हुए है। स्वच्छता के मामले में गांव को सरकार द्वारा पुरस्कार भी मिला है, गांव में लिंगानुपात भी समानांतर है और गांव बसताड़ा की शत-प्रतिशत लड़कियां शिक्षित हैं। इस गांव में चारों तरफ हरियाली दिखाई देती है, वह सभी सुविधाएं गांव में उपलब्ध हैं जो लोग शहरों में देखा करते थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आर्शीवाद से मात्र 3 साल के कार्यकाल में इस गांव में करीब 3 करोड़ 15 लाख रुपये के कार्य हो चुके हैं और विकास का पहिया लगातार जारी है।
 गांव बसताड़ा का क्षेत्रफल करीब 200 एकड़ है, गांव की जनसंख्या करीब 8000 है। यहाँ अधिकतर जातियों के लोग निवास करते हैं परंतु सभी में भाईचारा कायम है, गांव में छूआछात-जातिवाद से ऊपर उठकर भाईचारे को बढ़ावा दिया जाता है। गांव में कोई किसी प्रकार का द्वेष नहीं है। गांव का मुख्य व्यावसाय खेतीबाड़ी, पशुपालन है, यहाँ के लोग आर्थिक रूप से सम्पन्न हैं। युवाओं का विदेश जाने में काफी रूझान है, करीब 80 युवा स्वरोजगार के लिए विदेशों में गये हैं।
 गांव बसताड़ा में राजकीय स्वास्थ्य केन्द्र, अटल सेवा केन्द्र, खेल स्टेडियम, आरपीआईआईटी शिक्षण संस्थान, लघु सचिवालय, 3 पार्क, 220 केवी का पॉवर हाऊस, 2 बैंक, डाकघर, 6 आंगनबाड़ी भवन तथा गांव में वातानुकूलित सामान्य वर्ग की चौपाल आकर्षण का केन्द्र है। गांव में शहरों की तर्ज पर कूड़ा उठाया जाता है इसके लिए ट्रैक्टर ट्रॉली की व्यवस्था है तथा सफाई के लिए 6 सफाईकर्मी लगाए गए हैं। गांव में यातायात प्रबंधन के लिए 5 चौंकों को चौड़ा किया गया है एवं गांव की सभी सडक़ें पक्की बनाई गई हैं, सभी सडक़ों पर पौधे लगाए गए हैं और सडक़ों के दोनों तरफ सौंदर्यीकरण किया गया है। गांव के जोहड़ों की निकासी के लिए खेतों में पाईपलाइन बिछाई गई हैं ताकि किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सके।
गांव के सरपंच मेवा सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल व घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण के योगदान से गांव बसताड़ा में करीब 3 करोड़ 15 लाख रुपये के विकास कार्य हुए हैं, जिनमें गांव के लघु सचिवालय पर 10 लाख रुपये, गांव में 5 चौराहे विकसित करने पर 10 लाख रुपये, 2 नई आंगनबाड़ी बनाने व 2 की मरम्मत करने पर 17 लाख रुपये, गांव में गली व नाले बनाने पर 60 लाख रुपये, गांव के राजकीय कन्या विद्यालय के प्रांगण को पक्का करने पर 10 लाख रुपये, स्टेडियम के सामने पार्किंग को पक्का करने पर 20 लाख रुपये, बसताड़ा की कॉलोनी के स्कूल की चारदीवारी, श्मशान घाट व चौपाल की मरम्मत पर 18 लाख रुपये, खेतों के रास्तों को पक्का करने पर 50 लाख रुपये, गांव की प्राईमरी स्कूल से हाई स्कूल की फिरनी को पक्का करने पर 15 लाख रुपये, गांव में पौधारोपण व 3 पार्कों के सौंदर्यीकरण पर 6 लाख रुपये, पानी की निकासी व खेतों की सिंचाई के लिए पाईपलाइन बिछाने पर 15 लाख रुपये, किसानों की सुविधा के लिए पंचायती जमीन पर पाईपाइन बिछाने पर 8 लाख रुपये, गांव में सांसी, सैन समाज व हरिजन चौपाल में टाईलिंग करने पर 9 लाख रुपये, गांव के बैंकेट हॉल के गेट बनाने पर 4 लाख रुपये, गांव में सौर ऊर्जा की लाईट लगाने पर 10 लाख रुपये, पशुपालन अस्पताल की बिल्डिंग की मरम्मत पर 5 लाख रुपये खर्च किए गए।
गांव के सरंपच मेवा सिंह टूरन ने बताया कि गांव में सरकार द्वारा राजकीय हाई स्कूल की बिल्डिंग की मरम्मत के लिए 9 लाख 81 हजार रुपये भेजे हैं तथा रामलीला ग्राऊंड पर 18 लाख रुपये से और सचिवालय में 20 लाख रुपये की लागत से हॉल बनाए जाएंगे, यह राशि सरकार द्वारा भेजी गई है।
गांव के सरपंच मेवा सिंह टूरन ने बताया कि गांव का स्टेडियम जीटी रोड हाईवे पर स्थित है। इस स्टेडियम में आस-पास के खिलाड़ी भी खेलने आते हैं। हरियाणा सरकार द्वारा गांव के स्टेडियम में बॉक्सिंग की अकादमी खोलने का निर्णय लिया गया है। गांव के प्रतिदिन सैंकड़ों खिलाड़ी स्टेडियम में अभ्यास करने आते हैं, दूसरी ओर विधायक के सहयोग से जीटी रोड पर गांव की पंचायती जमीन में करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से आईटीआई बनाई जा रही है।