किसी भी विकास या परिवर्तन में जनता की भागीदारी बहुत आवश्यक – केन्द्रीय मंत्री उमा भारती

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करनाल – हरियाणा में लगभग 450 गौशाला और नंदीशालाएं है,जिनमें लगभग 3 लाख 41 हजार पशुधन है और इस पशुधन के गोबर का उपयोग किया जाएगा। राज्य सरकार पशुधन के गोबर से गोबर गैस प्लांट लगाने की व्यवस्था कर रही है। राज्य में जो भी ग्राम पंचायत गोबर गैस का प्लांट अपने गांव में लगाना चाहती है, सरकार उस ग्राम पंचायत का पूरा सहयोग करेगी।
यह जानकारी आज यहां हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल में एनडीआरआई के सभागार में सम्पूर्ण देश में एक साथ गोबरधन योजना के शुभारम्भ अवसर पर दी। गोबरधन योजना के शुभारम्भ अवसर पर केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती  भी उपस्थित थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हरियाणा से राष्ट्रीय स्तरीय गोबरधन योजना का श्रीगणेश हुआ है,इसके लिए वे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी,केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती तथा भारत सरकार का धन्यवाद करते है कि उन्होंने इस योजना की शुरूआत के लिए हरियाणा को चुना है। उन्होंने कहा कि हम सभी असमंजस में थे कि इस योजना का नाम गोबर से है,लोग कैसे इसे अपनाएंगे,लेकिन यह गोबर शब्द अंग्रेजी का शब्द है और इसे एक स्त्रोत के रूप में लिया गया है। उन्होंने कहा कि गोबरधन का अर्थ गैलवोनाईजिंग ऑर्गेनिक बॉयो एग्रो रिसोर्सिस धन है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक के बाद एक देश को विभिन्न योजनाएं दी है और हर योजना के पीछे एक भाव है। उन्होंने कहा कि आज करनाल से गोबरधन योजना की शुरूआत की जा रही है, इस योजना के पीछे भी एक भाव है अर्थात वेस्ट टू गोल्ड है,यानी की गंदगी से धन या स्त्रोत को उपजाया जा सकता है। इससे जहां स्वच्छता होगी वहीं किसानों की आय भी होगी। उन्होंने कहा कि गोबरधन योजना के माध्यम से वेस्ट से बॉयो एनेर्जी,सीएनजी,गैस और कम्पोजिट खाद्य की अवधारणा की गई है,जिससे किसानों को लाभ होगा और गांव में स्वच्छता कायम होगी।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह के सम्मुख केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती को भरोसा दिलाया कि इस योजना की शुरूआत भी हरियाणा से की गई है और हरियाणा से जिस भी योजना की शुरूआत की जाती है वो सफल होती है। हम इस योजना को भी सफल करके दिखाएंगे और शीघ्र ही इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री द्वारा 22 जनवरी 2015 को पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत का जिक्र करते हुए कहा कि यह अभियान भी हरियाणा से शुरू किया गया था और यह इतना सफल रहा कि आज प्रदेश का   लिंगानुपात 850 से बढक़र 914 हो गया है और हमारा लक्ष्य इस लिंगानुपात को 950 तक ले जाना है। उन्होंने कहा कि गत 14 अप्रैल से 5 मई के बीच ग्राम स्वराज अभियान की शुरूआत की गई है,जिसके तहत 8 कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किये जा रहे है।
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री सुश्री उमा भारती ने बुधपूर्णिमा की बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन काफी सुंदर दिन है,क्योंकि आज नये प्रयोग की शुरूआत की जा रही है। उन्होंने हरियाणा राज्य की तारीफ करते हुए कहा कि आर्य समाज आंदोलन की शुरूआत हरियाणा से हुई थी,जिसकी झलक आजतक दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि गोबरधन योजना के लिए हमने हरियाणा को प्रस्ताव भेजा और हरियाणा को चुना। जिसकी शुरूआत आज यहां से की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने घोषणा की है कि परिवर्तन करना है और उसे स्वीकार भी करना होगा। उन्होंने कहा कि परिवर्तन को बिना जनादेश के नहीं किया जा सकता। उन्होंने उद्हारण देते हुए कहा कि वे स्वयं एक मंत्री है और उनकी कुछ सीमाएं है,लेकिन एक आजाद व्यक्ति बिना शक्तियों के परिवर्तन के कर सकता है। उन्होंने उपस्थित लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि आप सफलतापूर्वक इस कार्य को अंजाम दे सकते है।
भारती ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि विकास तभी होगा,जब जन आंदोलन होगा। इसलिए किसी भी विकास या परिवर्तन में जनता की भागीदारी बहुत आवश्यक होती है। उन्होंने आजादी का उद्हारण देते हुए कहा कि हमें आजादी तभी मिली जब आजादी की जंग में सभी जन जुड़े। इसी प्रकार गांव को स्वच्छ बनाने के लिए हमें गांव की गंदगी का व्यवस्थित उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत देश के कुछ क्षेत्र शत प्रतिशत खुले में शौचमुक्त हो गए है,लेकिन हमें इन शत प्रतिशत खुले में शौचमुक्त क्षेत्रों को अर्थात ओडीएफ प्लस की ओर बढ़ाना है तथा इन गांव को स्वच्छ व निर्मल गांव बनाना है।
उन्होंने कहा कि गोबरधन का मतलब गोबर व ठोस अपशिष्ट का प्रबंधन करना है और इसमें नया जो प्रयोग होगा वह रसोई गैस का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि हमें नये-नये विचार और सोच को सृजित करना होगा। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री ने अपने आप को देश का प्रधान सेवक बताया है,इसलिए उन्होंने सिविल सर्विसिज के अधिकारियों को आग्रह करते हुए कहा कि आप आजाद भारत में है इसलिए जिले का कलैक्टर भी जिले का पहला सेवक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि आबादी बोझ ही नहीं आधार भी बन सकती है अर्थात प्रधानमंत्री का कहना था कि उनके अढ़ाई सौ करोड़ हाथ काम करेंगे तो देश बुलन्दियों पर होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को भारत माता को परम वैभव तक पहुचंाना है इसलिए हमें हुंकार भरनी है कि भारत की जन,जमीन,जंगल इत्यादि को भारत का सिरमोर बनाएगें। उन्होंने कहा कि हमें राष्ट्र केन्द्रीत सत्ता का निर्माण करना है और गोबरधन योजना भी इसी विचारधारा का एक हिस्सा है।
इससे पहले,केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्य मंत्री  एस.एस.आहलूवालिया ने कहा कि आज गोबरधन योजना की शुरूआत के अवसर पर 14 राज्यों के वैज्ञानिक और प्रतिनिधि उपस्थित है। उन्होंने भगवान गौतम बुद्ध का उद्हारण देते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि यह परिवर्तन हो रहा है और परिवर्तन होकर रहेगा, इसलिए हमें पशुधन के गोबर से सोना निकालना है। उन्होंने कहा कि हमने गोबर के उपयोग के संबंध में होशियारपुर में एक योजना को देखा,जिससे गोबर गैस के साथ-साथ खाद भी निकाली जा रही थी और घर-घर जाकर गोबर एकत्रित किया जाता था। उन्होंने कहा कि कोई भी संस्था एग्रो वेस्ट का उपयोग करेगी तो उससे आमदनी तो होगी ही साथ में हमें बिजली,गैस और अन्य स्त्रोत भी प्राप्त होंगे।
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेशवर अय्यर ने स्वच्छ भारत अभियान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हरियाणा ने एक साल पहले ही अपने राज्य को ओडीएफ घोषित कर दिया है और अब हरियाणा ओडीएफ प्लस की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने गोबरधन योजना के उद्देश्यों का जिक्र करते हुए कहा कि इसके मुख्य उद्देश्यों में किसानों को लाभ पहुंचना,ग्रामीण रोजगार के अवसर सृजित करना और खाद इत्यादि प्राप्त करना है। उन्होंने कहा कि इस योजना को पायलट आधार पर शुरू किया जाएगा और उसकी सफलता के पश्चात इसे आगे बढ़ाया जाएगा।
केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की संयुक्त सचिव वी राधा ने गोबरधन योजना पर एक प्रस्तुति भी दी। विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि करनाल के कुंजपुरा में गोबर गैस का प्लांट चलाया जा रहा है,जिसका भ्रमण 14 राज्य से आए हुए प्रतिनिधियों से करवाया जाएगा। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि वे हरियाणा में इस योजना को बखूबी क्रियान्वित करेंगे।  कार्यक्रम के दौरान उतराखंड से आई सावित्री गोढज़ाला ने भी अपने महिला समूह द्वारा चलाए गए गोबर गैस प्लांट के संबंध में अपने अनुभव सांझा किये।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल,केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती,केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता राज्य मंत्री एस.एस आहलूवालिया व अन्य अतिथियों ने गोबरधन योजना का पोलिसी डोकोमेंट का भी विमोचन किया। केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के संयुक्त सचिव समीर कुमार ने  धन्यवाद ज्ञापन किया।