नैनीताल – कमल ताल हुआ लाल

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कान्तापाल/ नैनीताल – उत्तराखण्ड में नैनीझील समूह में से एक, कमलताल झील के पानी ने खून का रंग अख्तियार कर लिया है । यहां बसे पुराने लोगों की मानें तो अब ये झील किसी की बली लेगी क्योंकि यहां विराजमान देवी रुष्ठ हो गई हैं । बेशुमार रहस्यों से सराबोर उत्तराखण्ड में नैनीताल से 27 किलोमीटर की दूरी पर प्राकृतिक रूप से बनी इस झील का ये रूप पहली बार देखकर लोग हैरान और भयभीत हैं । नैनीताल झील समूह में भीमताल झील से इस झील तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर पखडंडियों से पैदल चलकर पहुंचा जा सकता है । यहां जंगलों से गुजरकर जब आप इस सुंदर झील पर पहुचेंगे तो आपको सुकून मिलेगा । नौकुचियाताल झील के पश्चिमी छोर पर बनी इस मनमोहक झील गर्मियों के मौसम में कमल के फूलो भर जाती हैं । इसीलिए इस झील को कमलताल झील भी कहा जाता है । इस झील की सुंदरता देखने के लिए पर्यटक बरबस यहां खिंचे चले आते हैं ।
लेकिन इन दिनों यहां एक अलग सा चमत्कार हुआ है । यहां झील का पानी खूनी लाल रंग का हो गया है । यहां के स्थानीय निवासियों का मानना है कि ये कोई दैवीय घटना का अंश भी हो सकता है । यहां हर की पैड़ी, शिव मंदिर और देवी मंदिर झील से चंद कदमों की दूरी पर विराजमान हैं । कमल ताल नाम से मशहूर इस झील में कमल के फूलों को नुकसान पहुचने वाली एलगी(काई)को खत्म करने के लिए और झील में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए 14 जनवरी 2016 को ‘निओलगी माइक्रो न्यूट्रेन’ दवा डाली गई थी । ग्रामीणों का मानना है कि उस दवा का असर भी रंग बदलने में संभव हो सकता ।

ये वही झील है जहां सन1966 के दसक में अनीता फ़िल्म  का एक गाना फिल्माया गया था, जिसमें मुख्य किरदार मनोज कुमार और अभिनेत्री साधना ने निभाया था । इस क्षेत्र की आबादी लगभग 3000 की है । क्षेत्र में अब इस घटना के बाद झील में वीरानी पसरी हुई है और यहां झील में तैरती नौकाएं भी वीरान पड़ने लगी हैं । यहां रहकर व्यापार करने वाले तो यहां तक कह रहे हैं कि झील किनारे सौच करने के कारण भी झील की देवी रुष्ठ हो गई है और झील का रंग बदल गया है । यहां झील का ये रूप देखकर बच्चे भी भयभीत हो गए हैं और भगवान से इसे जल्द दुरुस्त करने की प्रार्थना कर रहे हैं ।
इस सब से विपरीत इस झील की देखरेख में जुटे सिंचाई विभाग के अधिकारी हरीश चंद का कहना है कि  इसकी जांच के लिए जलसंथान को भेज दिया गया है जांच के बाद ही झील के लाल रंग में तब्दील होने के कारणों का पता चल पायेगा।