नैनीताल की ऐतिहासिक मेथोडिस्ट चर्च को क्रिसमस डे पर खूब सजाया गया

0
162

कान्तापाल/ नैनीताल – सरोवर नगरी नैनीताल में क्रिसमस डे  मनाया गया। नैनीताल की माल रोड में बने एशिया के सबसे पुराने  मेथोडिस्ट चर्च और कैथलिक चर्च को सुनहरी मालाओं और बिजली की  मालाओं से क्रिसमस के लिए सजाया गया है। ऐतिहासिक मेथोडिस्ट चर्च को 1858 में ब्रिटिश काल में बनाया गया था और इसे एशिया का सबसे पुराना चर्च का गौरव प्राप्त है। वही सेंट फ्रांसिस कैथलिक चर्च को भी सन 1868 में इटली के क्रिसचन कम्युनिटी ने बनाया था । सरोवर नगरी में ये ऐतिहासिक बिल्डिंगें ठीक नैनीझील के ऊपर होने के कारण इनकी महत्ता दोगुनी हो जाती है। क्रिश्मस के दौरान छुट्टिया मनाने यहाँ पहुंचे पर्यटकों ने इस धरोहर के बारे में जाना तो इनके कदम इन्हें इसे देखने से रोक न सके और बड़ी संख्या में अलग अलग धर्मों के पर्यटकों ने यहाँ पहुंचकर खुशहाली की दुआ मांगी । चर्च को क्रिस्चन समुदाय के लोगों ने दुल्हन की तरह सजाया है जिसे देखकर पर्यटक यहाँ फोटो खींचकर इस पल को यादगार बनाते है । बिजली की मालाओं से सजे इन चर्चों की सुन्दरता को रात में देखकर सभी लोग इस ईमारत को बस निहारते ही रह जाते है।

फादर चर्च आशुतोष दानी ने बताया कि आज बड़े दिन का स्वागत प्रभु यीशू के गीत गाकर किया जाता है और सभी लोगों के साथ देश खुशहाली की कामना की गई । चर्च के फादर ने कहा हमे एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए। उन्होंने कहा की पर्यटकों के साथ अलग अलग धर्मों के लोग यहाँ आकर दुआएं मांगते हैं ।