बंजार के बलागाड़ में हुई इंद्र के गाने बुधुआ मामा की शूटिंग

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कौशल/कुल्लू  –  हिमाचल के प्रसिद्ध लोकगायक इंद्रजीत द्वारा एक के बाद एक कुल्लू के पारंपारिक गीतों को गाकर जनता के दिलों में अपनी जगह बना ली है। जिस तरह पहले हे मामा, मामू मेरेया के बाद अब इंद्रजीत ने बुधुआ मामा के गीत को गाया है जो इसी सप्ताह यू-टयूब पर लोड़ किया जाएगा। रविवार को बंजार के बलागाड़ पंचायत में हुई बुधुआ मामा की शूटिंग हुई। सुर स्टूडियो की टीम जैसे ही लोकगायक इंद्रजीत के साथ बलागाड़ में पहुंची तो बलागाड़ पंचायत के प्रधान मान सिंह ने लोकगायक इंद्रजीत सिंह सहित पूरी टीम का भव्य स्वागत किया और टोपी व मफलर से भी सम्मानित किया। इस मौके पर ग्राम पंचायत प्रधान मान सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि युवा लोकगायक इंद्र ने कुल्लू का ही नहीं बल्कि हिमाचल का नाम भी रोशन किया है। आज जहां बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक इंद्रजीत के पारंपारिक गीतों को सुनते हैं वहीं युवा पीढ़ी की भी इंद्रजीत पहली पसंद बन गए हैं। उन्होंने कहा कि इंद्रजीत का प्रयास यहां की पारंपारिक वेश-भूषा के साथ-साथ प्राचीन कालीन धरोहरों को अपने गीतों में कैद किया है। रविवार को बलागाड़ पंचायत के बुधुआ मामा गीत की शूटिंग संपन्न हुई। इस गीत में यहां के पारंपारिक रीति-रिवाज देखने को मिलेंगे वहीं, बलागाड़ के बुजुर्गों, महिलाओं व युवाओं के हुनर को भी देखा जा सकता है। इससे पहले पिछले शुक्रवार को यू-ट्यूब पर रिलीज किए गए गाने फूला देई बाहमणी को अभी तक लगभग पौने 3 लाख लोागों ने देखा व पसंद किया है। इसी तरह इंद्रजीत के बुधुआ मामा गाने को हे मामा, हाड़े मामुआ की तर्ज पर पसंद
किए जाने की संभावना जताई जा रही है। इस मौके पर उनके साथ आईसुर स्टूडियो के डायरेक्टर सुरेश सुर, साउंड इंजीनियर देवी सिंह नेगी भी मौजूद रहे।