फसल कटाई के बाद खेत में बचे अवशेषों को ना जलाए किसान -उपायुक्त

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करनाल – फसल कटाई के बाद खेत में बचे अवशेष (पराली) को जलाने वालों के लिए संगोही गांव अपवाद है। यहां के प्रगतिशील किसान जिला के दूसरे किसानों को भी राह दिखा रहे है। ये नजारा देखने के लिए आज उपायुक्त डा०आदित्य दहिया ने कृषि अधिकारियों की टीम के साथ संगोहा-संगोही गांव का दौरा कर वहां के किसानों से मुलाकात की और उनके द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन के लिए खरीदे गए आधुनिक कृषि यंत्रों व उनके प्रयोग को देखा।

बता दें कि संगोहा-संगोही में होर्टिकल्चर फार्मरस प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड से जुडक़र करीब 50 फार्मरज इंटरेस्ट ग्रुप है,जो आधुनिक यंत्रों से जैविक खेती को बढ़ावा दे रहे है। ऐसे समूह को सरकार की ओर से कृषि यंत्रों की खरीद के लिए फ डिंग करने के साथ-साथ सब्सिडी भी दी जाती है। ग्रुप से अलग कोई भी किसान इस तरह की उन्नत खेती करने के लिए सब्सिडी प्राप्त कर सकता है। खरीफ मौसम में इन किसानों ने संगोहा-संगोही में जैविक तरीकों से बड़े पैमाने पर धान की फसल ली है और फसल काटने के बाद खेतों में खड़े अवशेषों को ना जलाकर आधुनिक कृषि यंत्रों से उनका प्रबंधन किया है। इन कृषि यंत्रों में हैप्पी सीडर,मल्चर,जीरो टिले सीड-कम-फर्टीलाईजर ड्रिल,रिवर्सिबल प्लो,स्ट्रा चोपर,स्ट्रा बेलर,स्ट्रा रिपर,रिपर बाइन्डर तथा रोटावेटर शामिल है। उपायुक्त की मौजूदगी में किसानों ने खेतों में इनका प्रयोग करके दिखाया। किसान धनसिंह नम्बरदार द्वारा जैविक तरीके से पूसा बासमती 1121 की खड़ी फसल के प्रदर्शन को भी देखा। इस अवसर पर आस-पास    के गांवों के बड़ी संख्या में किसान भी मौजूद थे।
खेती में तौर-तरीकों को देखकर उपायुक्त प्रसन्न हुए और कहा कि यहां के किसानों ने आधुनिक कृषि यंत्रों को अपनाकर जिस तरह से कृषि को नये आयाम दिये है वह समय की मांग को देखते हुए किसान, कृषि और पर्यावरण सबके हित में है। उन्होंने गदगद होकर कहा कि कितना अच्छा हो कि यहां के किसानों द्वारा अपनाई जा रही कृषि तकनीक का प्रसार पूरे प्रदेश में हो और ऐसी प्रगति की आवाज देश की राजधानी दिल्ली तक बुलंद हो। उन्होंने उप-कृषि निदेशक से कहा कि वे संगोही के किसानों की तरह जिला के दूसरे किसानों को भी गु्रप बनाने के लिए प्रेरित करे ताकि वे आधुनिक कृषि यंत्रों के लिए सरकार की सब्सिडी प्रदान करने वाली स्कीमों का लाभ उठा सके। उन्होंने कहा कि पराली को खेत में ही नष्ट करने वाले मल्चर खरीदकर किसानों को उनके प्रयोग के लिए निशुल्क देने की कार्यवाही करें,इससे किसानों को खेत में पराली ना जलाने के लिए एक बेहतर विकल्प हासिल होगा। इससे पर्यावरण दूषित होने से बचेगा और भूमि की उर्वरा शक्ति भी बनी रहेगी।
उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान हरियाणा सरकार किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध है। किसानों को खाद,बीज,दवाई तथा कृषि उपकरण सब्सिडी पर दिये जा रहे है। किसानों को चाहिए कि वे इसका अधिक से अधिक फायदा उठाए। इससे प्रधानमंत्री का किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प भी पूरा होगा। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे जैविक खेती को बढ़ावा दे,क्योंकि इससे किसान कम लागत में अधिक मुनाफा अर्जित कर सकते है।
उपायुक्त के दौरे में संगोही के प्रगतिशील किसान धनसिंह नम्बरदार व जगत राम की ओर से जैविक खेती और उससे प्राप्त विभिन्न उत्पाद प्रदर्शित किये गए थे,जिनमें पौष्टिक गेंहू,दाल व हल्दी के उत्पाद शामिल थे। कमालपुर रोडान गांव के किसान रामकरण की ओर से सेहत के लिए अति गुणकारी देसी शहद भी प्रदर्शित किया गया था,जिसकी उपायुक्त ने सराहना की।
इस अवसर पर डीडीए डा०प्रदीप मील,नाबार्ड के डीएम सुशील कुमार,होर्टिकल्चर फार्मरस प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड के डा०एसपी तोमर,कृषि विभाग के रिटायर्ड अधिकारी डी.एस. मलिक,कृषि विभाग के एसडीओ सुनील बजाड,तहसीलदार श्यामलाल,संगोही गांव के सरपंच पति अंग्रेज सिंह तथा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।