स्वच्छ सर्वेक्षण – टॉप 10 में आने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी – आयुक्त

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करनाल – स्वच्छ सर्वेक्षण में उत्तर भारत में सबसे क्लीनेस्ट सिटी तथा 2 से 10 लाख की जनसंख्या वाले देश  के 434 शहरों में 65वे स्थान पर आने के बाद पूरे प्रदेश  ने खुशी  व्यक्त की थी। इस उपलब्धि से उत्साहित कदमों को आगे बढाते हुए नगर निगम करनाल ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2018, जो आगामी जनवरी से शुरू हो रहा है, को लेकर अपनी कमर कस ली है। निगम ने इस दिशा  में अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं तथा राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में शामिल शहरों में से टॉप 10 में आने का लक्ष्य निर्धारित कर लिया है। इसके लिए स्वच्छता से जुड़े सभी अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। यह जानकारी निगम आयुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने आज यहां दी।
आयुक्त ने बताया कि लक्ष्य बड़ा है और कम्पीटिशन भी काफी मुश्किल  है, क्योंकि आगामी वर्ष  के सर्वेक्षण में शहरों की संख्या बढ़ाकर 4 हजार 41 की गई है। गत सर्वेक्षण में प्रयोग हुई स्कोर शीट का पैटर्न भी जारी कर दिया गया है, ताकि यह पता लग सके, कि इस सर्वेक्षण में किस मद में कितने अंक मिलने हैं। इसी को लेकर प्रयास नाकाफी न रहें, अधिकारी अपना होमवर्क कर तैयारियों में जुट गए हैं। उन्होने बताया कि इस कार्य के लिए निगम के चीफ इंजीनियर अनिल मेहता को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जबकि अधीक्षण अभियंता, कार्यकारी अभियंता, ई.ओ., समस्त सहायक अभियंता, मुख्य सफाई निरीक्षक, सफाई निरीक्षक, आई.टी. प्रबंधक व सहायक आई.टी. प्रबंधक को भी जिम्मेदारी दी गई है।

लक्ष्य को हासिल करने के दृढ़ इरादों को लेकर निगम आयुक्त डॉ. प्रियंका सोनी का मानना है कि टॉप 10 में आने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। सबसे जरूरी समस्त शहर में डोर टू डोर जाकर, गीले व सूखे कूड़े को अलग-अलग इकठ्ठे करने पर विशेष  ध्यान रहेगा। उन्होने कहा कि हमने शहर को खुले में शौच से मुक्त कर दिया हैं, जो लक्ष्य को हासिल करने के लिए जरूरी था। उन्होने बताया कि सर्वेक्षण में शामिल प्रत्येक बिंदु को ध्यान में रखते हुए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा। शहर की समुचित साफ-सफाई को लेकर नागरिकों का सहयोग और राय भी ली जाएगी।