कुल्लू (हि०प्र०) – स्त्री रोग विशेषज्ञ व अन्य डाक्टरों की कमी के विरोध में कुल्लू रहा बंद

0
283
रिपोर्ट कौशल /कुल्लू – कुल्लू के क्षेत्रीय अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ सहित अन्य डॉक्टरों की कमी के विरोध में बुधवार को कुल्लू बंद रहा। डाक्टरों की कमी के विरोध में कुल्लू के सदर के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर
के नेतृत्व में एक रैली निकारी । इस रैली में महिला एवं युवक मंडल के सदस्य,ऑटो यूनियन,टैक्सी यूनियन,व्यापार मंडल,जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ लोगों व अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिनिधि व लाहौल-स्पीति और
कुल्लू जनता ने भाग लिया। यह रैली क्षेत्रीय अस्पताल से लेकर रामशिला तक निकाली गई। रैली के पश्चात विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने रैली में उपस्थित जनता को संबोंधित करते हुए कहा कि इस सोई हुई सरकार को कुल्लू की जनता ने जगाया है। उन्होंने कहा कि  अगर सरकार की मंशा हो तो सरकार चंद घंटों में डॉक्टरों का इंतजाम कर सकती है। काफी समय से कुल्लू में डॉक्टरों के पदखाली चल रहे थे। आज सरकार जागी है खुद नहीं जागी नहीं है कुल्लू की जनता ने सरकार को जगाया है। अगर जनता जागरुक नहीं होती तो क्षेत्रिया अस्पताल कुल्लू में 8-10 महीनों से खाली चल रहे स्त्री रोग विशेषज्ञों की नियुक्ति नहीं होती। गौरतलब है कि क्षेत्रीय अस्पातल कुल्लू में 10 महीनों से खाली चल रहे गायनी विशेषज्ञों के दो पदों व अन्य डॉक्टरों की कमी को लेकर  विधायक सुंदर सिंह ठाकुर अस्पताल के बाहर पिछले 6दिनों से धरने पर बैठे थे। उनके साथ स्थानीय लोगों ने भी इस धरने में सहयोग दिया।
लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी डॉक्टरों की तैनाती न होने पर उन्होंने बुधवार को कुल्लू बंद का ऐलान किया। बुधवार को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू से रामशिला तक रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस
दौरान प्रदेश सरकार के खिलाफ  नारेबाजी भी की गई और कुल्लू की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया। इस अवसर पर कुल्लू सदर के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार कुल्लू विधानसभा क्षेत्र की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर मैं स्वयं मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य से मिल चुका हूं और विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से अस्पताल में गायनी विशेषज्ञ तैनात करवाने की मांग की थी पर जब सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी तो उन्हें मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा। उन्होंने कहा कि कुल्लू के साथ भेदभाव बर्दास्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब कुल्लू की जनता सडक़ पर उतरी तो सरकार को शीघ्र डाक्टरों की व्यावस्था करनी पड़ी।