करनाल – किसान को देशद्रोही बताने वालों का जवाब बरोदा देगा: दीपेंद्र

0
84

करनाल – राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज करनाल पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि किसान पर चौतरफा मार के ऊपर एक और चोट 3 नये कृषि अध्यादेश लाकर की गयी है। सारी व्यवस्थाओं को दरकिनार कर ये अध्यादेश लाये गये। MSP, मंडियों की व्यवस्था को धराशायी करने के लिये कोरोना की आड़ में 3 अध्यादेश लाये गये। बिना किसी नियम, नियंत्रण के खरीद का निजीकरण करने की तरफ सरकार का फैसला आया है। पूरे देश और प्रदेश के किसान इन अध्यादेशों का विरोध कर रहे हैं। किसान को देशद्रोही बताने वाले और मजदूर की लाठियों से पिटाई कराने वाले दल को शर्म आनी चाहिए। किसान को देशद्रोही बताने वालों को देश स्वीकार नहीं करेगा; किसान को देशद्रोही बताने वालों का जवाब बरोदा देगा। उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा रूपरेखा में यदि 3 नये कृषि अध्यादेशों को बढ़ाया जायेगा तो किसान की हालत आजादी से पहले वाली स्थिति में पहुंच जायेगी। उन्होंने नये कृषि अध्यादेशों को वापस करने तथा MSP कानून बनाने की मांग की। सांसद दीपेंद्र ने यह भी कहा कि अध्यादेश में ये प्रावधान किये जाएं कि MSP से कम में कोई खरीद नहीं होगी, यदि कोई ऐसा करे तो दंड का भी प्रावधान हो।

कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि अपने हक के लिए आंदोलन कर रहे किसानों को देश द्रोही कहने वाली भाजपा को यह देश कभी भी माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा पिछले छह सालों में देश और प्रदेश में विफल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को एस वाई एल का हक दिलवाने में मुख्यमंत्री मनोहर लाल विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा ने गठबंधन और सरकार बचाने के लिए प्रदेश को लूटने की ,खुली छूट दे रखी है। यही कारण है कि जब देश और प्रदेश कोरोना की मार से कराह रहा था तब एक मंत्री अपने विभागों के माध्यम से प्रदेश को शराब , रजिस्ट्री और धान घोटालों के नाम पर लूट रहा था। वह करनाल में आज पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान के निवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस अवसर पर पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, पूर्व मंत्री भीम मेहता,कांग्रेस के जिला संयोजक तरलोचन सिंह, राकेश काम्बोज अनिल राणा, हरी राम साभा, रधुबीर संधु, अमरजीत धीमान, धर्मपाल कौशिक रणपाल संधु, सुरेुंद्र कलखन, नीटू मान, ने भी जानकारियां दीं। उन्होंने इस अवसर पर बताया कि प्रदेश में भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण हर तरफ हाहाकरर मचा हुआ हैं। पीटीआई बेरोजगार हो गए, गैस्ट टीचर्स परेशान हैं।  इसके कारण हर तरफ लोग दुखी हैं। उन्होंने कहा कि करनाल और जींद भ्रष्टाचार के गढ़ बन चुके हैं।