करनाल – अतंर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उपायुक्त ने महिलाओं को जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का आह्वान किया  

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करनाल -, विश्व की आधी आबादी कही जाने वाली महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और स्नेह प्रकट कर उनकी आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों का गुणगान करने के लिए निश्चित 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस शहर के डॉ. मंगल सैन ऑडिटोरियम में बड़े उत्साह के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने महिलाओं का आह्वान किया कि वे मातृ शक्ति हैं, इस ताकत को पहचान कर जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़े और अपने-आप को ओर अधिक सशक्त करें। सरकार और प्रशासन इसके लिए कृतसंकल्प हैं। उपायुक्त सोमवार को शहर के डॉ. मंगल सैन ऑडिटोरियम में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला एंव बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले उन्होंने दीप शिखा प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। राज्य स्तरीय कार्यक्रम को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संबोधित किया और प्रदेश की महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी। इस कार्यक्रम को महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री कमलेश ढांडा, मुख्य सचिव हरियाणा विजय वर्धन, महिला एवं बाल विकास विभाग के आयुक्त डा. राकेश गुप्ता, महानिदेशक डा. रेनू एस. फुलिया, संयुक्त निदेशक प्रतीक हुड्डा ने भी संबोधित किया।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में उपायुक्त ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं ने अपनी क्षमता के बल पर खेल, विज्ञान, सौंदर्य और राजनीतिक कुशलता में अपना परचम लहराया है। इस दिशा में हरियाणा काफी आगे है। यहां की महिलाओं ने अपनी उपलब्धियों से प्रदेश का नाम न केवल देश, बल्कि पूरे विश्व में रोशन किया है। प्रदेश में महिलाओं के लिए जहां सरकार ने आगे बढऩे के अनेक अवसर जुटाएं हैं, वहां महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के भी प्रयत्न किए हैं, ताकि महिलाओं को ओर ऊपर उठाया जा सके। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना इन्हीं में से एक है। इस कार्यक्रम का आगाज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत से प्रारम्भ किया था। इसी से अभिप्रेरित होकर पिछले कुछ वर्षों में जिला में लिंगानुपात में काफी सुधार हुआ है। महिला को मानवता का सृजन करने वाली शक्ति बताकर उन्होंने कहा कि उन्हें घर हो या सामाज, उच्च सम्मान मिलना चाहिए। इसीलिए कहा गया है कि यत्र नारयस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता: अर्थात जहां नारी का सम्मान होता है, वहां देवता निवास करते हैं।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कार्यक्रम में उपस्थित 13 महिलाओं को खेलों में उपलब्धि के लिए नकद पुरस्कार से सम्मानित किया। इनमें कल्पना को फुटबाल में और शीतल दलाल को तलवार बाजी के लिए 11-11 हजार रूपये के  राज्य स्तरीय कैश अवार्ड दिए गए। इसके अतिरिक्त जिला की 2 बाल संरक्षण संस्थाओं एम.डी.डी. बाल भवन और श्रद्धानंद अनाथालय की 11 महिलाओं को पेंटिंग, कला एवं दस्तकारी, नृत्य व गायन में अनुकरणीय उपलब्धि के लिए नकद पुरस्कार वितरित किए गए। इनमें एम.डी.डी. बाल भवन की रीटा को दोहरे पुरस्कार में 11 हजार 11 सौ,  मोनिका को भी 22 हजार तथा काजल को 3200 रूपये के नकद पुरस्कार दिए गए। जबकि श्रद्धानंद अनाथालय की कोमल को भी दोहरे पुरस्कार में 5100 व 2100, हेमलता को 1100, अंजली को 1100 और सुधा को 2100 रूपये का नकद पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी राजबाला ने उपायुक्त व उपस्थित महिलाओं का स्वागत किया तथा लोक कलाकारों ने महिला सम्मान पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में जिला के नलीपार की शीला देवी, बड़ा गांव की ममता तथा चुंडीपुर की किरण ने अपनी मेहनत और बुद्धि के बल पर आगे बढ़कर दूसरों के लिए प्रेरणा बन उपस्थित महिलाओं के साथ अपने अनुभव सांझा किए। सीडीपीओ मधु पाठक ने अतिथियों का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, एसीयूटी नीरज कादियान, नगराधीश अभय जांगड़ा, डीआईओ महीपाल सीकरी, सीडीपीओज, सुपरवाईजर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा विभिन्न विभागों में कार्यरत महिलाकर्मी भारी संख्या मौजूद रहे।