करनाल -आंदोलनकारियों के लिए बातचीत के दरवाजे खुले हैं : डीसी

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करनाल -उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि किसान संगठनों के प्रतिनिधियों व प्रशासन की नियमित रूप से बैठकों का आयोजन हो रहा है। लेकिन अभी निर्णय पर नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या का हल बातचीत के द्वारा ही निकलता है। इसलिए प्रशासन ने आगे भी बातचीत के लिए दरवाजे खुले रखे हैं, किसी भी समय आकर किसान नेता बातचीत कर सकते हैं। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपना प्रदर्शन करें, असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखें, कानून व्यवस्था को बनाए रखने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि सामाजिक ताना-बाना व कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों से प्रशासन सख्ती से निपटेगा, किसी भी सूरत में भाईचारा खराब नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लघु सचिवालय के सामने आंदोलनकारियों द्वारा किया जा रहा धरना प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है, सभी सरकारी कार्यालय खुले हैं और नागरिकों की सुविधा के लिए सभी सेवाएं भी सुचारू रूप से जारी हैं। करनाल शहर से जुडऩे वाली सभी सड़कें खुली हैं, वाहनों का आवागमन जारी है, ट्रैफिक व कानून व्यवस्था कायम है, किसी भी नागरिक को घबराने की जरूरत नहीं है। प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ नागरिकों की सुरक्षा के लिए कार्य कर रहा है। वहीं आंदोलनकारियों के लिए धरना प्रदर्शन स्थल के पास 30 मोबाईल टॉयलेट तैनात किए गए हैं ताकि स्वच्छता बरकरार रहे। इसके अलावा इस क्षेत्र की सफाई व्यवस्था के लिए 100 से अधिक सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं जोकि पूरा दिन सफाई व्यवस्था करते हैं।
उपायुक्त ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 12 सितम्बर को एचपीएससी की ओर से परीक्षा का आयोजन करवाया जाना है। इसको लेकर प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं, परीक्षा को किसी भी सूरत में बाधित नहीं होने दिया जाएगा। सभी परीक्षा केंद्रों पर एचसीएस अधिकारियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात किया गया है ताकि नकल रहित व शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा सम्पन्न हो सके।

उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि आंदोलन को मद्देनजर रखते हुए जिला में पिछले तीन दिनों से इंटरनेट सेवाएं बंद थी जिन्हें अब बहाल कर दिया गया है। अब किसी भी व्यक्ति को इंटरनेट को लेकर कोई दिक्कत नहीं होगी, घर बैठकर ही ऑनलाइन सेवाओं का लाभ लिया जा सकता है।

पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया ने कहा कि आंदोलन के दृष्टिगत आम लोगों के जानमाल की सुरक्षा तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किया गया है। इनमें पैरामिलिट्री फोर्स तथा स्थानीय पुलिस सहित करीब 2 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात हैं जोकि किसानों के धरना प्रदर्शन के आसपास निरंतर गश्त करते रहते हैं, किसान नेता व सुरक्षा इंचार्ज का संवाद होता रहता है ताकि कोई असामाजिक तत्व कानून व्यवस्था को बिगाड़ न पाए। उन्होंने कहा कि जरूरत के अनुसार ही शहर की सड़कों पर नाके लगाए गए हैं। उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि अगर सुरक्षा की दृष्टि से किसी को कोई दिक्कत है तो वह 112 नम्बर पर सूचना दे सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अफवाहों पर ध्यान न दें, गलत सूचनाओं का प्रसारण करने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त कार्यवाही अमल में लाएगा।