करनाल -2030 तक भारत को जीरो बीपीएल बनाने का लक्ष्य : विजय कुमार

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करनाल -राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर क्षेत्रीय कार्यवाह विजय कुमार ने कहा कि किसी देश को महान बनाना है तो कुछ बिंदुओं पर काम करना पड़ता है। सबसे पहले हमारे अंदर स्वाभिमान का होना जरूरी है । दूसरा समाज संस्कारित हो। एक देश एक समाज की भावना अगर हमारे अंदर होगी तो भारत फिर से सर्वोच्च शिखर पर पहुंच सकता है। वे सोमवार को स्वावलंबी भारत अभियान के तहत दयाल सिंह कॉलेज में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने दयाल सिंह कॉलेज में युवाओं के लिए उप रोजगार सृजन केंद्र का उद्घाटन किया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर समाज सहयोग करे तो भारत एक बार फिर दूध घी की नदियों वाला देश बन सकता है। पूर्व में हमारा देश सम्पन्न और समृद्ध रहा है, तभी बार बार आक्रमणकारी यहां आते रहे। उन्होंने देश को तो लूटा साथ ही स्वाभिमान को भी नष्ट करने का काम किया। विदेशियों ने इस देश में उद्यमिता को समाप्त कर हमें नौकरी करने वाला बना दिया।
विजय कुमार ने कहा कि आज भारत का समय है। पूरा विश्व आज भारत की तरफ देख रहा है। हम सामर्थ्यवान तभी होंगे जब देश आर्थिक ताकत बनेगा। उन्होंने कहा कि हमारे लोगों के पास नया करने की शक्ति है। आज विश्व की बड़ी कम्पनियों में भारत के लोग उच्च पदों पर बैठे है। स्वावलम्बी भारत बनाने के लिए हमे एक बार फिर से उद्यमिता की तरफ चलना पड़ेगा। उत्तर क्षेत्रीय कार्यवाह ने कहा कि आज हम विश्व की 5 वीं अर्थव्यवस्था बन चुके है। युवा शक्ति की बदौलत बहुत जल्द हम पहली अथवा दूसरी अर्थव्यवस्था बनने वाले है। इसके लिए सरकार की बजाए समाज को भी आगे आकर सहयोग करना होगा। विजय कुमार ने कहा कि 2030 तक हमने देश को जीरो बीपीएल बनाने का लक्ष्य रखा है जिसे समाज के सहयोग से पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम समाज व शिक्षण संस्थानों के अंदर युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करें और ‘बेरोजगारी मुक्त समृद्धि युक्त’ भारत की स्थापना करें।
अभियान के प्रान्त समन्वयक वेदप्रकाश ने कहा कि वर्तमान में हमारे सामने रोजगार उपलब्ध कराना विकट समस्या है। इसी को लेकर 33 संगठनों ने संकल्प लिया है कि इस समस्या से निकलने के लिए जिला लेवल पर रोजगार सृजन केंद्र खोले जाएं । प्रत्येक केंद्र में 11 लोगों की टीम रहेगी। जिले में युवाओं को काम देने और स्वरोजगार में कैसे सहयोगी बने इस पर काम करेंगे।
हमारे देश मे 37 करोड़ युवा है जो हमारी बड़ी ताकत है। इन्हें सृजन में लगाना है। हम जिले में युवाओं के कौशल की पहचान कर उन्हें सही दिशा देने का काम कर रहे है। इस कार्य में शैक्षिक संस्थाओं का अहम योगदान हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम केवल नौकरी करने वाले नहीं बल्कि दूसरों को नौकरी देने वाले बने। युवाओं के पंजीकरण के लिए MYSBA पोर्टल बनाया है जिस पर जाकर युवा सारी जानकारी ले सकते है। लोकल फ़ॉर वोकल , स्टार्टअप को अपना कर विश्व पटल पर उभर सकते है। शिक्षा संस्थाए भी युवाओं का माइंड सेट बदलने में अपनी भूमिका निभा सकती है।
स्वावलम्बी भारत अभियान के जिला केंद्र प्रमुख देवेंद्र अरोड़ा ने कहा कि करनाल के रोजगार सृजन केंद्र के माध्यम से अब तक काफी युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा चुका है। 33 युवाओं का प्लेसमेंट हो चुका है और अन्य को भी उद्योगों से समन्वय करके रोजगार का प्रयास किया जा रहा है। बड़ी संख्या में युवा इस केंद्र में अपना पंजीकरण करा रहे हैं। केंद्र में युवाओं को स्वरोजगार , इंटर्नशिप के लिए पूरा सहयोग कर रहे है। इस दिशा में करनाल में तेजी से काम हो रहा है। बाकी जिलों में भी हम अभियान को ले जा रहे है।
संगोष्ठी में सेवा भारती के प्रांत अध्यक्ष सतीश चावला ने कहा कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए देश की बड़ी निजी कम्पनी वक्रांगी लिमिटेड के साथ एमओयू साइन कर रहे हैं। इसके देश भर में 26 हजार से ज्यादा केंद्र है।
संगोष्ठी से पूर्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर क्षेत्र कार्यवाह विजय कुमार ने करनाल में प्रवास के दौरान गुरु नानक खालसा कॉलेज में चल रहे स्वावलंबी भारत अभियान के जिला रोजगार सृजन केंद्र का निरीक्षण किया और केंद्र की 11 सदस्य कमेटी के साथ बैठक की।  बैठक में टीम के सदस्यों ने वर्ष भर में किए कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के अंत मे देवेंद्र अरोड़ा ने आये हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।
इस मौके पर क्रीड़ा भारती उत्तर क्षेत्र के संयोजक दलपत सिंह कादयान, कुरुक्षेत्र विभाग संघ चालक सुधीर कुमार, जिला कार्यवाह महेंद्र सिंह , प्रधानाचार्य आशिमा गक्खड़ , डॉ देवी भूषण, प्रो राजपाल , प्रो एसएल अरोड़ा, प्रवेश पूरी , अनिल शर्मा , कपिल मदान ,पुर्णकालिक कार्यकर्ता ताराचंद ,  दुलीचंद, सुखराज , कमल सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।