करनाल -प्रधानमंत्री मोदी के सपनों का गाँव बना करनाल का अरजेहड़ी गांव 

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करनाल – हरियाणा के करनाल जिले का गांव अरजेहड़ी प्रदेश का पहला डिजिटल युक्त ,प्लास्टिक मुक्त तथा पूरी तरह से सोशल सिक्योरिटी वाला गांव बन गया है। इस गांव में छोटे से बड़ा हर लेन देन का काम डिजिटल मोड से होने लगा है। यही नहीं  इस गांव में हर परिवार को सामाजिक सुरक्षा की छतरी मिल चुकी है। यह सब असंभव सा लगने वाला काम भारतीय स्टेट बैंक के  क्षेत्रीय कार्यालय करनाल के मार्गदर्शन में सम्भव हो पाया  है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के गृह नगर करनाल के नीलोखेड़ी विधानसभा क्षेत्र के दो हजार दो सौ की आबादी वाले अरजेहड़ी गांव को माडल बनाने का जिम्मा भारतीय स्टेट बैंक के  क्षेत्रीय प्रबंधक गगन कुमार के मार्गदर्शन और दिशा निर्देश पर उठाया है। उनकी पहल पर इस गांव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया ,समाजिक सुरक्षा और प्लास्टिक मुक्त के सपने को साकार कर दिखाया है। यहां पर कोई साथी छूटे ना सामाजिक सुरक्षा टूटे ना और अटल पैंशन आपके नाम, एस.बी आई करे यह काम का नारा घर घर गूंज रहा है। गाँव की इस उपलब्धि पर आज गांव अरजेहेड़ी में स्टेट बैंक द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
इस अवसर पर एस.बी.आई  के महाप्रबंधक सुभाष जोइनवाल विशेष रूप से मौजूद रहे । इस अवसर पर महाप्रबंधक सुभाष जोइनवाल ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक सरकार की किसानों की आय दोगुनी करने के क्षेत्र में अनूठा काम कर रहा है। भारतीय स्टेट बैंक अब गावों की तरफ जा रहा है। गांवों को डिजिटल करने और हर गांव के परिवार को समाजिक सुरक्षा देने के साथ प्लास्टिक मुक्त करने की दिशा में भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय करनाल ने अनूठी पहल की है। यह पहल अपने आप में उल्लेखनीय हैं। उन्होंने स्टेट बैंक के  क्षेत्रीय प्रबंधक गगन कुमार की इस पहल के लिए सराहना की जिनके दिशा निर्देश और मार्गदर्शन में अरजेहड़ी गांव को नौजवानों की मदद से पूरी तरह से डिजिटल बना दिया हैं। यहां पर प्रधानमंत्री  दुर्घटना बीमा योजना ,अटल पैंशन योजना,एस.बी.आई की पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योंरेंस स्कीम  के तहत हर परिवार को सामाजिक सुरक्षा दी गई है। इस अवसर पर उन्होंने गांव की पंचायत तथा स्कूल को कंप्यूटर सिस्टम भी प्रदान किया ।
क्षेत्रीय प्रबंधक गगन कुमार ने कहा कि वायरस और  वैक्टीरिया के संक्रमण से बचने के लिए डिजिटल पैमेंट सबसे बढ़िया उपाय हैं। कैश के तौर पर नोटों के आदान प्रदान से बीमारियों का संक्रमण हो सकता है। आज जब कोराना वायरस का खतरा बढ़ रहा हैं तो डिजिटल पैमेंट से हम अपने आपको सुरक्षित कर सकते हैं। अरजेहड़ी गांव के बाद और भी गांवों को इस तरह से  डिजिटल युक्त, प्लास्टिक मुक्त समाजिक सुरक्षा युक्त बनाने की योजना है । इस अवसर पर बैंक द्वारा गांव वालों को जूट कें थैले वितरित किए गए। अरजेहड़ी गांव के सरपंच सुभाष ने बताया कि उनकं गाँव में दो हजार की आबादी है । इस गांव की कायापलट करनें में  एस बी आई ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि उनके गाँव में अब कोई भी परिवार बिना इंश्योरेंस नहीं रहा है।  उन्होंने बताया कि गांव के युवाओं के साथ मिल कर बैंक के  अधिकारियों  ने लोगों के घरों पर दुकानों पर जाकर उन्हें सामाजिक सुरक्षा डिजिटल पेमेंट और प्लास्टिक का त्याग करने के लिए  प्रोत्साहित किया है।