कुल्लू- जनता की सुनो गुहार पतलीकुहल को बचाओ सरकार: देवेंद्र नेगी

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रिपोर्ट -पूजा ठाकुर /कुल्लू – प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं पंचायत प्रधान संघ के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र नेगी ने हिमाचल प्रदेश सरकार एवं स्थानीय विधायक व मंत्री गोविंद ठाकुर जी से आग्रह किया है की वे ग्राम पंचायत हलाल एवं ग्राम पंचायत कटराई  के दो विकसित कस्बे जो कि कुल्लू मनाली के मध्य क्षेत्र पतली कुल कटरांई बिहाल में व्यापारिक प्रतिष्ठान के रूप में जाने जाते हैं ,यहां हजारों लोगों का रोजगार इस क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, क्योंकि बागवानों की सबसे बड़ी सब्जी मंडी यहीं पर है कई सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय यहां जनता के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं, व हजारों लोगों ने अपने जीवन की पूंजी लगाकर अपने परिवारों के आशियाने इसी क्षेत्र में अपने निजी भूमि पर बनाए हुए हैं, लेकिन यह समस्त क्षेत्र अब पूरी तरह से डेंजर जोन में आ चुका है क्योंकि भारी वर्षा एवं बरसात की बाढ़ ने दो बार इस क्षेत्र में भारी तबाही कर दी है, स्थानीय जनता को इस आपदा की घड़ी में अपने जीवन की सारी पूंजी छोड़कर अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर भागना पड़ा है, गत बर्ष बाढ़ की भारी तबाही उपरांत जिला प्रशासन, मंत्री एवं मुख्यमंत्री भी बाढ़ की त्रासदी को देखते हुए पतली कुल क्षेत्र में पहुंचे ,उस वक्त सभी ने बड़े जोर शोर से प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बड़ी-बड़ी घोषणाएं की, कि इस क्षेत्र में शीघ्र सरकार के निर्देशानुसार 1 माह के भीतर आर सी सी बाल का कार्य सुरक्षा की दृष्टि से शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन हैरानी की बात है कि इतने बड़े इस संवेदनशील मामले को आज तक  नजर अंदाज कर दिया गया है, व कोई भी आर सी सी बाल तो क्या करेट बाल का कार्य तक यहां शुरू नहीं किया गया है, पूरी सर्दी निकल चुकी है, जब कि यह कार्य दरिया ब्यास के कम पानी के दौरान सर्दी होना चाहिए था ,लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली। अब  इस क्षेत्र की जनता पुनः आगामी बरसात में अपनी तबाही का इंतजार करने के लिए मजबूर है, क्षेत्र की जनता में  सरकार के प्रति आक्रोश है कि उन्हें छल्ला गया? पतली कुहल के व्यापारिक प्रतिष्ठान लाखों रुपए रेबन्यू के रूप में सरकार को देते हैं, उसके बावजूद यह अनदेखी क्यों ? इसका जवाब सरकार को देना होगा। क्या पतली कुल्हल कटरांई की जनता की बर्बादी का इंतजार किया जा रहा है? नेगी ने कहा कि सरकार को इस अति संवेदनशील व जनता की त्रासदी के मामले को गंभीरता से लेकर जनता के जानमाल की सुरक्षा हेतु बिना किसी बिलम्ब के सुरक्ष बाल का कार्य शुरू कर देना होगा, अन्यथा    यही कहावत रहेगी _#_#_#_#
अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।   जागो सरकार जागो,   जनता की सुनो।