करनाल -शेल्टर होम में प्रवासी मजदूर की बेटी ने उपायुक्त की मौजूदगी में केक काटकर मनाया जन्मदिन

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करनाल – प्रवासी मजदूरों को उनके गृह क्षेत्र में भेजने का सिलसिला लगातार जारी है, करनाल में रूके सैंकड़ों प्रवासी मजदूरों को हर संभव सहयोग दिया जा रहा है। प्रवासी मजदूर भी जिला प्रशासन व शहर के समाज सेवियों के साथ अब अपना सा व्यवहार करने लग गए है। सोमवार को उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने जीटी रोड़ स्थित राधा स्वामी शेल्टर होम मेें जाकर प्रवासी मजदूरों को बसों में बिठाया और उनके सम्मान में फूल भेंट किए। इतना ही नहीं प्रवासी मजदूर की लडक़ी काजल का जन्मदिन भी शेल्टर होम में केक काटकर उपायुक्त की उपस्थिति में मनाया गया। जिला प्रशासन की इस पहल से सभी प्रवासी काफी खुश दिखाई दिए और जोर-जोर से भारत माता का जयकारा लगाने लगे।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि प्रवासी मजदूर हमारे अतिथि है, इनका सम्मान करना हमारी प्राथमिकता है। इन मजदूरों ने प्रशासन का सहयोग किया और खुशी के साथ इन्हें इनके गृह क्षेत्र में भेजा जा रहा है। सभी प्रवासी मजदूर अपने गृह क्षेत्र में जाने के लिए काफी खुश दिखाई दिए और हाथ जोडक़र करनाल के लोगों द्वारा की गई सेवा के लिए उनका आभार व्यक्त कर रहे थे। उपायुक्त ने बताया कि आज करीब 1400 प्रवासी मजदूरों को बसों के माध्यम से अम्बाला छावनी रेलवे स्टेशन पर भेजा गया। यहां से सभी मजदूर रेलगाड़ी के माध्यम से बिहार अपने गृह क्षेत्र में जाएंगे। इन सभी मजदूरों को जरूरी खाने की सामग्री, पानी, मास्क व सेनेटाईजर भी दिया गया और सभी से अनुरोध किया गया कि वह    सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने बताया कि करीब 200 बसें व 3 तीन रेलगाडिय़ों के माध्यम से अब तक करीब 10 हजार मजदूर जिले से भेजे जा चुके है।
अतिरिक्त उपायुक्त अनीश यादव ने बताया कि जिले से प्रवासी मजदूरों का उनके गृह क्षेत्र में भेजने का सिलसिला लगातार जारी है। जिले से अभी तक करीब 10 हजार प्रवासी मजदूरों को बसों, व रेलगाड़ी के माध्यम से उनके घरों तक निशुल्क भेजा जा रहा है। प्रवासी मजदूर हरियाणा सरकार की इस नीति पर काफी खुश दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हीं प्रवासी मजदूरों को निशुल्क भेजा जा रहा है, जिन्होंने अपने घर जाने के लिए जिला प्रशासन के पास अपना नाम रजिस्ट्रड किया है। जब प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए बसों में बिठाते है तो उनमें से कुछ इतने भावुक हो जाते हैं कि वह अधिकारियों से हाथ जोडक़र क्षमा मांगते हैं कि इंस दौर में उनसे कोई गलती हो गई हो तो वह क्षमा करना। उन्होंने बताया कि किसी भी मजदूर से एक भी पैसा वसूल नहीं किया जाता। उन्हें रास्ते के लिए खाना, पीने के पानी की बोतल, मास्क व सैनिटाईजर उपलब्ध करवाया जाता है तथा इसके साथ ही साथ उन्हें निशुल्क टिकट भी दी जाती है। इस मौके पर एसडीएम करनाल नरेन्द्र पाल मलिक, जिला राजस्व अधिकारी श्यामलाल व प्रोजेक्ट ऑफिसर प्रवीन मोर भी मौजूद रहे।