Karnal – निफा और पत्रकारों द्वारा हिंदी पत्रकारिता दिवस पर मीडिया की कोरोना समय में भूमिका पर कार्यक्रम आयोजित

0
136

करनाल – कोरोना लाक्डाउन के दौरान स्पॉट पर जाकर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार भी इस देश के सैनिक हैं ओर कोरोना वारियर की तरह सम्मान के हक़दार हैं। ये उद्ग़ार हरियाणा के पूर्व अतिरिक्त पुलिस निदेशक ओर प्रसिद्द लेखक व कवि राजबीर देसवाल ने ऑनलाइन वेबिनार में व्यक्त किए।   सामाजिक संस्था नैशनल इंटेग्रेटेड फ़ोरम आफ आर्टिस्ट्स एंड एक्टिविस्टस (निफ़ा) द्वारा हरियाणा पत्रकार संघ, इंडियन मीडिया सेंटर  व करनाल ज़िला के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया से जुड़े पत्रकारों के सहयोग से, “कोरोना संकट में मीडिया की भूमिका” विषय पर आयोजित लाइव वेबिनार में मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे।  देसवाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित एक सर्वे के अनुसार हर चार में से तीन पत्रकार उत्पीड़न का शिकार होते हैं। हर चार में से दो पत्रकार अलग अलग कारणो व दबावों जिनमे जॉब सिक्यरिटी भी शामिल है मानसिक तनाव में रहते हैं।  हर चार में से एक पत्रकार को सरकारी सूचना प्राप्त करने में भी दिक़्क़त आती है लेकिन इन तमाम मुश्किलों के बावजूद पत्रकार करोना काल हो या सरहद पर कवरेज, आतंक की घटनाओं में जाकर खबर निकालने की बात हो, अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों को मीडिया की स्वतंत्रता के साथ साथ सेल्फ़ कंट्रोल को भी याद रखने की सलाह दी ओर ऐसी खबरों को छापने या शेयर करने से बचने के लिए कहा जो प्रामाणिक नहीं हैं क्योंकि ग़लत खबर शेयर करने के नतीजे भयंकर हो सकते हैं।
लाइव वेबिनार में अपने अध्यक्षीय भाषण में हरियाणा पत्रकार संघ के प्रधान के बी पंडित ने कहा कि मीडिया ने करोना काल में बेहद सकारात्मक भूमिका निभाई है। उन्होंने उन तमाम समस्याओं को अपनी कलम ओर कैमरे के माध्यम से उजागर किया जिनसे आम जनता दो चार हो रही थी।  प्रवासी मजदूरो की दुर्दशा को दिखाया जिसके चलते सरकारें उनके लिए व्यवस्था करने के लिए सक्रिय हुई।  उन्होंने पत्रकारों से आवाहन किया कि वो ये चेक करें कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की घोषणा का फ़ायदा आम जन को मिल रहा है या नहीं। अगर कोई अधिकारी जनता के हक़ को हड़पने का पर्यास करे तो उसका पर्दाफ़ाश करें। कोई आपको अच्छा कहे या बुरा उसके लिए किसी के सर्टिफ़िकेट के चक्कर में न पड़ें।  लेकिन के बी पंडित ने पीत पत्रकारिता इस निजी लाभ के लिए खबरें चलाने वालों के ख़िलाफ़ खड़े होने की बात भी कही।  चंडीगढ़ से दैनिक जागरण के हरियाणा प्रदेश ब्यूरो प्रमुख अनुराग अग्रवाल ने वर्तमान समय में सकारात्मक पत्रकारिता की ज़रूरत पर बल दिया ताकी आम लोगों का विश्वास बहाल हो।  उन्होंने क्वॉरंटीन केंद्रों में कमियों को देख कर प्रशासन को आगाह करने की बात कही ताकि समय रहते उन कमियों को दूर किया जाए ओर बीमार व्यक्ति को लेकर चिंतित उसके परिवार को राहत मिले।  दैनिक जागरण के ज़िला ब्यूरो प्रमुख पवन शर्मा ने कहा कि कोरोना के कारण इस बार हिंदी पत्रकारिता दिवस पर कोई कार्यक्रम न होने से एक कमी व रिकतता महसूस हो रही थी जो निफा के इस आयोजन से दूर हुई है। उन्होंने कहा कि ज़िंदगी एक जंग है ओर अगर हम सभी संग हैं तो करोना जैसी हर जंग जीत सकते हैं। पवन शर्मा ने रामधारी सिंह की कविता के साथ सभी में जोश भरा। इंडियन मीडिया सेंटर की ज़िला प्रधान व पत्रकार अनीता सिंह ने कोरोना काल में प्रेस की भूमिका की सराहना करते हुए कोरोना से बीमार व्यक्ति ओर उसके परिवार की निजता का सम्मान करने के लिए सभी मीडिया बंधुओं का आवाहन किया।

इस से पूर्व इंडिया ब्रेकिंग न्यूज़ के निदेशक व पत्रकार आकर्षण उप्पल ने पत्रकारिता के सम्मानित क्षेत्र में अनुभवहीन व नक़ली पत्रकारों के आगमन को पत्रकारिता के लिए ख़तरा बताया ओर इस पर ज़रूरी कदम उठाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने करोना संकट में करनाल के पत्रकारों के प्रशासन व समाज से बेहतर तालमेल का ज़िक्र किया। हरियाणा पत्रकार संघ के ज़िला प्रधान कमल मिड्डा ने भी मौजूदा समय में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की एकता पर ज़ोर दिया ओर कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र ओर सामंत के हित में सभी पत्रकार आपसी मतभेद भुलाकर मिलकर काम करें। वरिष्ठ पत्रकार व अर्थ प्रकाश के ब्यूरो शैलेंद्र जैन करोना पीड़ित केवल मरीज़ हैं मुजरिम नहीं। उनको जिस प्रकार से देखा जा रहा है उस से हतोत्साहित होकर कुछ करोनो पॉज़िटिव लोगों ने आत्महत्या के पर्यास भी किए। उन्होंने सोशल डिस्टन्सिंग के स्थान पर फ़िज़िकल डिस्टन्सिंग पर ज़ोर देने की बात कही।  अजीत समाचार के ब्यूरो गुरमीत सिंह ने कहा कि यह संकट एक अलग तरह का अनुभव लेकर आया ओर पत्रकारों ने न केवल पत्रकारिता की बल्कि समाज सेवक के रूप में समाज सेवा भी की। अपने हाथों से राशन भी बाँटा। उन्होंने लाक्डाउन 5 में मीडिया की भूमिका को ओर ज़्यादा महत्वपूर्ण मानते हुए पॉज़िटिव रिपोर्टिंग करने पर बल दिया।  करनाल न्यूज़ 24 के प्रमुख विनय विज ने भी हिंदी पत्रकारिता दिवस पर सम सामयिक विषय पर वेबिनार आयोजित करने को एक सार्थक प्रयास बताया ओर करनाल के पत्रकारों द्वारा प्रशासन ओर पब्लिक के बीच में सेतु का काम करते हुए हर सूचना को गति देने का ज़िक्र किया।

कार्यक्रम के संयोजक प्रीतपाल सिंह पन्नु ने कहा कि लोक तंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया ने देश के इस सबसे बड़े संकट में बेहद ज़िम्मेदारी से काम किया जिसकी सराहना व सम्मान बेहद ज़रूरी है।  उन्होंने कहा कि मई 1826 में कोलकाता के कोलू टोला मोहल्ला की 37 नम्बर गली जिसे आगडतल्ला गली भी कहा जाता था से कानपुर निवासी जुगल किशोर द्वारा प्रकाशित पहली हिंदी भाषा की साप्ताहिक पत्रिका “ऊदंत मार्तंड” से शुरू हुई हिंदी पत्रकारिता आज देश का सबसे बड़ा मीडिया समूह बन चुका है। इस पहले प्रकाशन को समर्पित हिंदी पत्रकारिता दिवस पर आयोजित लाइव वेबिनार के अवसर पर उन्होंने इस बात पर दुःख जताया कि मीडिया को करोना लाक्डाउन में बेहद ख़तरों के बीच किए गए कार्य के बावजूद करोना वारियर की संज्ञा नहीं दी गई। उन्होंने निफ़ा की ओर से उनके सम्मान में लाक्डाउन खुलने के बाद एक सम्मान समारोह आयोजित करने की घोषणा भी की जिसमें हरियाणा प्रदेश के UN सभी पत्रकारों को सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने कोरोना वारियर के रूप में काम किया।  निफ़ा आने वाले कुछ दिनो में मीडिया के करोना काल के बेहतरीन काम पर एक वीडियो गीत भी बनाएगी जिसमें गीत लिखने व गाने की ज़िम्मेदारी पूर्व आई पी एस अधिकारी राजबीर देसवाल ने ली। कार्यक्रम का डिजिटल प्रसारण कर रहे निफ़ा आई टी विंग के प्रधान अरविन पंवार व निफ़ा महासचिव प्रवेश गाबा ने भी अपने विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन निफ़ा संयोजक एडवोकेट नरेश बराना ने पेश किया व करोना काल में मीडिया के कार्यों की प्रशंसा करते हुए सभी का धन्यवाद किया।   कार्यक्रम का ज़ूम से संचालन किया गया जबकि IAS फ़ेस बुक चेंनल इंडिया ब्रेकिंग न्यूज व करनाल न्यूज़ 24 पर लाइव प्रसारण किया गया जिसे लगभग 20000 लोगों ने देखा l