पानीपत -यूपीएससी की परीक्षा में 72 रैंक हासिल किया पानीपत की बेटी चंद्रिमा ने   

0
244

रिपोर्ट -प्रवीण भारद्वाज/पानीपत – पानीपत की फ्रेंड्स कॉलोनी की रहने वाली चंद्रिमा अत्री ने सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) में 72वां  रैंक हासिल किया l चंद्रिमा अत्री ने बताया कि दादा के सपने को जी रही थी उन्ही के सपनों को पूरा करने के लिए जी जान लगाया है l चंद्रिमा अत्री ने फोर्थ अटेम्प्ट में किया सिविल सेवा परीक्षा फतेह की  ,बोली हर वर्ग की बेसिक जरूरतों पर सबसे पहले काम करूंगी l  बिजली,पानी के बाद एजुकेशन पर फोकस होगा l खुद एक औरत होने के नाते वूमेन एंपावरमेंट पर भी  फोकस रहेगा l बेटी की सफलता पर माता-पिता खुशी के मारे फूले नहीं समा रहे,बोले बेटी का बचपन से ही आईएएस बनने का सपना था l

कहते हैं इंसान के हौसले अगर बुलंद हो तो वह कोई भी बड़ी से बड़ी मंजिल हासिल कर लेता है ऐसा ही एक उदाहरण पानीपत की  फ्रेंड्स कॉलोनी की रहने वाली चंद्रिमा अत्री ने कर दिखाया है …जी हां हाल ही में आए सिविल सेवा परीक्षा के परिणामों में चंद्रमा अत्री ने 72 वा रैंक हासिल कर न सिर्फ अपने माता-पिता का नाम रोशन किया बल्कि पूरे पानीपत जिले समेत हरियाणा प्रदेश का नाम रोशन करने का काम किया है चंद्रिमा ने बताया कि उन्होंने यह सफलता दिल्ली में स्टडी करके हासिल की और उन्होंने चौथी बार एग्जाम देकर यह सफलता हासिल की है उन्होंने बताया कि सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के लिए सबसे ज्यादा अभ्यर्थी में पेशेंस होने की जरूरत है क्योंकि जब एक दो बार में टेस्ट क्लियर नहीं होता है तो अभ्यर्थी तैयारी छोड़ देते हैं और डिमोटिवेट हो जाते हैं  l

चंद्रिमा अत्री ने बताया कि की पोस्टिंग के बाद उनका उद्देश्य पैसा कमाना नहीं बल्कि हर वर्ग की बेसिक जरूरतों पर वह काम करना चाहेंगी क्योंकि आज भी भारत देश में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें पानी बिजली जैसी बेसिक जरूरतें भी नहीं मिल पा रही हैं उन्होंने  बताया कि बेसिक जरूरत के बाद वह एजुकेशन पर काम करना चाहेंगी फिर उन्होंने बताया कि वह एक औरत होने के नाते वूमेन एंपावरमेंट पर भी काम करना चाहेंगी l

पेशे से व्यापारी और चंद्रिमा के पिता राजेश अत्री ने बताया कि बेटी ने अपने दादा के सपने को पूरा करने का काम किया है उनके दादा की दिली तमन्ना थी कि उनकी बेटी आईएएस बनकर उनका नाम रोशन करें साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें उनकी बेटी पर बहुत गर्व है और बहुत खुशी महसूस हो रही है कि उन्होंने 72 वां रैंक हासिल किया उन्होंने कहा कि उन्हें जिस भी स्टेट में सेवा करने का मौका मिलेगी वहां के लोगों की दिल से सेवा करेंगी और हमारा और पूरे जिले का नाम रोशन करती रहेंगी वहीं राजेश अत्री ने बताया कि उनके दादा भी हरियाणा सरकार में डीईटीसी पद पर तैनात थे l

वही चंद्रिमा अत्री  की मां ने बताया कि आज उन्हें उनकी बेटी पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है और उनकी आंखों से खुशी के आंसू रुक नहीं रहे हैं उन्होंने बताया कि चंद्रिमा का बचपन से सपना था कि वह एक आईएएस बनकर कुछ बड़ा काम करके दिखाए l  आपको बता दें कि मूल रूप से चंद्रिमा अत्री  का परिवार करनाल के अरड़ाना गांव से रहने वाला है गांव में चंद्रमा अत्री की सिलेक्शन की खबर मिलते ही गांव में भी खुशी का माहौल बना हुआ है l