पीएम ने कहा कि अगर युवाओं को मौका मिलेगा तो वे देश की तकदीर और तस्वीर बदल देंगे। पूरा देश मानता है कि हवाई यात्रा के लिए सबसे ज्यादा अवसर भारत में हैं। पहले धारणा थी कि हवाई यात्रा राजा-महाराजा का ही विषय है। इसीलिए एयर इंडिया का लोगो भी ‘महाराज’ ही था। पीएम ने कहा, ‘अटल जी की सरकार के समय मैंने तत्कालीन उड्डयन मंत्री राजीव प्रताप रूडी से कहा कि महाराज के लोगो की जगह कार्टूनिस्ट आरके लक्ष्मण का कॉमनमैन क्यों नहीं लग सकता।’ पीएम ने कहा कि वे खुश हैं कि देश में पहली बार ऐविएशन पॉलिसी बनाने का सौभाग्य उनकी सरकार को मिला है। आज हवाई चप्पल पहनने वाले भी हवाई यात्रा कर सकते हैं।
पीएम ने कहा हम टैक्सी से सफर करें तो 8-10 रुपये प्रति किलोमीटर का खर्च आता है और शिमला आने में समय करीब 10 घंटे लगते हैं। लेकिन इस पॉलिसी से खर्च सिर्फ 6 या 7 रुपये ही होगा। पीएम ने इस दौरान ऐविएशन कंपनियों को सलाह दी कि अगर वे व्यापारिक नजरिए से सोचें कि नांदेड़ साहिब, पटना साहिब और अमृतसर साहिब का रूट बनाएंगे तो उन्हें बहुत फायदा होगा। 30 नए एयरपोर्ट से टीयर-2 और टीयर-1 शहरों को इस योजना से जोड़ा जाएगा।
पीएम ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट जो जाता है वह बार-बार जाना चाहता है। लेकिन कनेक्टिविटी के अभाव में वह ऐसा नहीं कर पाता। इस योजना से सिर्फ यात्रा की सुविधा ही नहीं बल्कि दो संस्कृतियां भी जुड़ती हैं। देश के एक कोने को दूसरे से जोड़ने का काम इससे हो रहा है। पीएम ने कहा कि वह हिमाचल और देश को यह योजना देकर गर्व का अनुभव कर रहे हैं।