Shimla, शिमला (हि०प्र०) – पहाड़ो की रानी सहित बर्फ के समंदर में डूबा हिमाचल

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रिपोर्ट-कौशल/शिमला- हिमाचल प्रदेश में वीरवार रात हुई ताज़ा बर्फवारी के कारण
किन्नौर, लाहुल-स्पीति, कुल्लू, मनाली, शिमला और चंबा में हुई भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश से अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रदेश की 6 सौ से भी अधिक सड़कें अवरुद्ध हो गई है। यातायात ठप्प हो गया है। सूबे के कई इलाकों मे बिजली गुल हो गई है और नल जम गए हैं। मौसम विभाग ने हिमखंड गिरने की चेतावनी जारी की है। नतीजतन पहाड़ी इलाकों में जीवन थम सा गया है और शीतलहर के चलते लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। बर्फबारी वाले इलाकों में जिला प्रशासन ने अलर्ट, लाहौल में हिमखंड गिरने की चेतावनी जारी की है। वहीं
पहाड़ों की रानी शिमला में देर रात भारी बर्फबारी का दौर शुरू हुआ और रात करीब 8 बजे शहर की जाखू चोटी सहित अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर शुरू हुआ। इसके बाद अन्य क्षेत्रों में भी बर्फबारी शुरू हुई। शहर के सर्कुलर रोड पर रात करीब 9 बजे के बाद यातायात ठप हो गया है। पुराना बस अड्डा से बाया लक्कड़ बाजार-संजौली और बाया टॉलैंड खलीनी से वाहनों की आवाजाही बाधित है। बर्फबारी से उपरी शिमला के लिए भी यातायात ठप हो गया है। कुफरी, नारकंडा की ओर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई।
रोहतांग दर्रा भारी बर्फबारी के बाद बर्फ का समंदर बन गया है। पर्यटक स्थल मनाली, पलचान, कोठी, सोलंगनाला, अंजनीमहादेव, हामटा और गुलाबा बर्फ से लद गए हैं। लाहुल में बारालाचा दर्रे सहित जिंगजिंगबार, दारचा की पहाडिय़ों, मयाड़ घाटी, घेपन पीक, लेडी ऑफ केलंग, कुंजुम जोत, दारचा की पहाडिय़ों, शिला पीक, बढ़ा व छोटा शिंगरी ग्लेशियर व नील कंठ जोत सहित समस्त चोटियों में बर्फ के ढेर लग गए हैं।

बर्फबारी ने बढ़ाई लाहुलियों की दिक्कत

ताजा बर्फबारी होने से जनजातिय क्षेत्र के लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी है। लगातार खराब चल रहे मौसम से हवाई सेवा भी ठप है। इस कारण लोग अपने घरों का रुख नहीं कर पा रहे हैं। लाहुली पूर्ण रूप से हवाई सेवा पर ही निर्भर हो गए हैं। लगातार बर्फबारी से किसान-बागवान व पर्यटन कारोबारी खुश हैं तो दूसरी ओर रोहतांग दर्रा आर-पार कर अपने गंतव्य तक पहुंचने वाले लाहुलियों की बर्फबारी ने दिक्कतें बढा दी हैं। इसके अलावा
कुल्लू के भुंतर और कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट में खराब मौसम के चलते उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। हमीरपुर व ऊना के कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई है। सूबे में शीतलहर का प्रकोप फिर बढ़ गया है। लाहौल, किन्नौर, कुल्लू, मंडी, चंबा, कांगड़ा और शिमला जिले में बर्फबारी से कई इलाके फिर से कट गए हैं।

चंबा ज़िले में भी भारी पड़ा बर्फवारी का कहर

चंबा जिले में 135 सड़कें बाधित, 120 गांवों में बिजली गुल
चंबा जिले में दो दर्जन सड़कें बाधित हैं जबकि 120 गांवों में बिजली गुल है। बारिश तथा बर्फबारी के कारण विभाग के करीब 153 मार्गो पर आवाजाही बाधित हो गई है। बर्फबारी के कारण चंबा-भरमौर एनएच गैहरा के समीप, चंबा-चुवाड़ी वाया जोत, खजियार-लक्कड़मंडी-डलहौजी, तीसा-बैरागढ़, तीसा-चांजू सहित तीसा उपमंडल के अन्य मार्ग, भांदल-लंगेरा मार्ग के अलावा पांगी घाटी के मार्गो पर भी आवाजाही ठप पड़ गई है। चंबा-तीसा मार्ग पर पुखरी के समीप गत्ती तथा ईड नाला के समीप भी भूस्खलन होता रहा, जिस कारण सड़क पर कुछ-कुछ देर तक आवाजाही बाधित रही। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने उक्त स्थानों पर मार्ग को बहाल करने के लिए लगातार जेसीबी लगाए रखी, लेकिन यदि आगामी दिनों में भी मौसम खराब रहता है तो इसके कारण यहां पर भी लोगों की दिक्कतें बढ़ सकती हैं।

सुन्दरनगर मे 30 बर्षों बाद बर्फबारी
मंडी के घटसनी के पास भारी बर्फबारी से मंडी-पठानकोट मार्ग बंद हो गया है। बर्फबारी से यहां दो गाड़ियां टकरा गई। कई लोगों के फंसे होने की सूचना है। कमरूनाग और पराशर की झीलें जम चुकी हैं। सुंदर नगर में 30 दिसंबर 1990 के बाद रात 10:30 बजे से बर्फबारी शुरू होने से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर देखने को मिली।

हिमाचल में 376 सड़कें बंद
ताजा बर्फबारी से हिमाचल प्रदेश के 187 मार्ग यातायात के लिए बंद हो गए है। ऐसे में राज्य में बंद सड़कों का आंकड़ा फिर से 376 सड़कों तक पहुंच गया है। जानकारी के तहत कांगड़ा जोन में सबसे अधिक मार्ग अवरुद्ध हैं।