अमरनाथ हादसा – ड्राइवर ने कहा, सात को बचा नहीं पाया, लेकिन 50 को सुरक्षित ले जाने में कामयाब रहा

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जम्मू, – अमरनाथ यात्रा पर निकली बस पर जब आतंकियों ने हमला बोला और अंधाधुंध  फायरिंग करने लगे तब बस के ड्राइवर ने संयम का शानदार प्रदर्शन किया और डरे बिना बस को आगे भगाते ले गया l बस के ड्राइवर का नाम शेख सलीम गफूर भाई है. गोलियों के बीच बस को भगाकर आगे ले जाने के लिए उनकी काफी तारीफ हो रही है l  हालाँकि अमरनाथ यात्रा पर हुए हमले के विरोध में जम्मू बंद है। कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस, पैंथर्स पार्टी ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किए है। जम्मू के अधिकतर व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद और स्कूल भी बंद, जनजीवन प्रभावित इंटरनेट सेवाएं भी बंद हुई।  ट्रांसपोर्ट सेवाएं भी ठप।जम्मू बंद के चलते बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी झेलनी पड़ी । रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड से ट्रांसपोर्ट सेवाएं उपलब्ध न होने से यात्रियों को आधार शिविर पहुंचने में दिक्कत हुई है।

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले के बाद जब सलीम के चचेरे भाई जावेद मिर्जा ने बात की तब उन्होंने बताया कि जब आतंकियों ने गोली चलाना शुरू कर दिया तब उन्होंने बस रोकी नहीं और तब तक आगे बस चलाते ले गए जब तक सभी तीर्थयात्री सुरक्षित न हो जाएं. इस हमले में सात तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए. इस हमले में जिन लोगों की जान बच गई उनका कहना है कि अगर सलीम बस को रोक देते तो कई और को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा l  अनंतनाग के अस्पताल में एक घायल ने कहा कि तीन ओर से लगातार फायरिंग हो रही थी. हमारा ड्राइवर बस को आगे कुछ किलोमीटर तक ले गया, उसने हमारी जान बचाई l

पुलिस के अनुसार  हमलावर लश्कर ए तैयब के आतंकी थे . उन्होंने बताया कि आतंकियों ने पहले एक पुलिस की कार पर हमला किया था और फिर एक सिक्यूरिटी चैक पोस्ट पर गोलियां दागी थीं. इसके बाद उन आतंकियों ने बस को निशाना बनाया था. पुलिस का कहना है कि पांच बजे के बाद बस को सड़क पर नहीं चलना चाहिए था. अब कहा जा रहा है कि टायर पंचर हो जाने के कारण बस अपने समय से दो घंटे देरी से चल रही है l