इंद्री – राजकीय प्राथमिक पाठशाला नन्हेड़ा में कब व बुलबुल के तृतीय चरण के प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ

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इंद्री – हरियाणा राज्य भारत स्काउट एंड गाइड की ओर से जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही की देख रेख में राजकीय प्राथमिक पाठशाला नन्हेड़ा में तीन दिवसीय कब व बुलबुल के तृतीय चरण के प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ खंड शिक्षा अधिकारी राम कुमार , जिला संगठन आयुक्त स्काउट एवं गाइड सियाराम शास्त्री, जिला प्रशिक्षण आयुक्त श्रवण सिंह व जिला संगठन आयुक्त कब एवं बुलबुल अनिल सैनी के द्वारा किया गया l शिविर में लगभग चार सौ कब एवं बुलबुल ने भाग लिया l
 इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी राम कुमार ने कब एवं बुलबुल को सम्बोधित करते हुए कहा की प्राथमिक कक्षा के बच्चों के लिए कब व बुलबुल की गतिविधियां उनके अंदर मानव प्रेम, देश भक्ति की भावना, सामाजिक सौहार्द और जीव जन्तुओ व प्रकृति के प्रति लगाव पैदा करती है l उन्होंने कहा की मोगली की कहानी बच्चों को जहाँ जंगल की सैर कराती हैं वंही प्राकृतिक संतुलन में जंगल और जंगली जानवरों के महत्व को रेखांकित करती है l
जिला संगठन आयुक्त स्काउट एवं गाइड सियाराम शास्त्री ने शिविर में पंहुचे कब मास्टर्स का स्वागत करते हुए आह्वान किया की प्रशिक्षण में सिखाई जा रही गतिविधियां स्कूलों में शैक्षणिक कार्य के साथ-साथ अवश्य कराएं इन गतिविधियों के कराने से बच्चों में उत्साह का संचार होता है जिससे बच्चों की पढाई में भी रूचि बढ़ती है l
जिला संगठन आयुक्त कब एवं बुलबुल अनिल सैनी ने बच्चों को स्काउट झंडा गीत, झंडा फैहराने के नियम व तौर-तरीकों की जानकारी देते हुए बताया की स्काउटिंग में झंडा लहराने का विशेष महत्व है कब और बुलबुल झंडा लहराना सीखकर अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हैं उन्होंने बच्चों को विभिन्न प्रकार की तालियां बजाने का प्रशिक्षण भी बच्चों को दिया रेन क्लैप ने तो सावन की झड़ी का दृश्य उपस्थित कर दिया तालियों की गड़गड़ाहट लगातार बच्चों को गुदगुदाती रही अनिल सैनी ने ये कहा की शिविर में उपस्थिति कबीले तारीफ़ रही और बच्चों ने अनुशासन में रहकर बहुत सी गतिविधियों का आनंद लिया l
जिला प्रशिक्षण आयुक्त श्रवण सिंह ने बच्चों को मोगली की कहानी सुनाते हुए उन्हें जंगली जीवन से परिचय कराया उन्होंने बताया की जंगल का बादशाह शेरखान मोगली से नफरत करता था मोगली एक इंसानी बच्चा था जो भेड़ियों के द्वारा पाला गया था कहानी सुनाते हुए उन्होंने आगे बताया की शेरखान के खिलाफ जंगल के सभी जानवर भेड़ियों के नेतृत्व में लामबद्ध होकर मोगली को बचाने में लग जाते है l
प्रशिक्षण शिविर में ललित कुमार ने कब-बुलबुल यूनिफार्म के रंग और पहनने से सम्बन्धित जानकारी दी सुभाष चंद्र ने कब अभिवादन के बारे में बच्चो को ज्ञान दिया कब मास्टर राजेश सैनी व हंसराज ने मोगली की कहानी के अहम किरदार भालू के डांस के विषय में बच्चो को व्यवहारिक रूप से नृत्य करवाकर उनका मनोरंजन किया. जिसमे बच्चों ने खूब आनंद लिया l
मुख्य शिक्षक महिंदर खेड़ा ने शिविर के सफल आयोजन के लिए सभी कब मास्टर मान सिंह, सबरेज अहमद, विजेंदर वर्मा, देवेंदर सिंह, जगदीश, अरविन्द, मुकेश, सुनील अल्हार, सुरेश नगली, शामिंदर कम्बोज,नरेश कम्बोज, संजीव कम्बोज, बलराज चहल, उधम सिंह, सुनील सिवाच, करम सिंह, गुलाब सिंह सैनी, सूरजभान गोयत, ममतेश रानी, रीना कम्बोज, रोशनलाल, राम कुमार, राज कुमार, राजिंदर कुमार वर्मा , राजेश, संदीप गिल, राजेंदर कम्बोज, रविंदर त्यागी, रेखा, रेणुबाला, श्रवण आदि का धन्यवाद किया  l