करनाल – एडीसी ने ओवरलोड़ वाहनों की चैकिंग के दौरान कर्मी को वाहन चालकों से पैसे लेकर ट्रक छुडवाते पकड़ा

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करनाल – बुधवार तडक़े आरटीए विभाग द्वारा लगाई गई ओवरलोड़ वाहन चैंकिंग पोस्ट मंगलौरा पर उस समय हडक़प मच गया, जब एडीसी एवं आरटीए ने गुप्त सूचना के आधार पर प्रात: 4:30 बजे चैक पोस्ट का निरीक्षण किया। इस दौरान आरटीए निशांत कुमार यादव ने बिजली विभाग के क्लर्क रामपाल से 39 हजार 160 रूपए की राशि मौके पर ही बरामद की।
गौरतलब है कि परिवहन विभाग हरियाणा के आदेशानुसार आरटीए विभाग द्वारा जिला करनाल में 3 चैंकिंग पोस्ट ब्याना, रम्बा तथा मंगलौरा लगाई गई है, जिन पर ओवरलोड़ वाहनों की चैंकिग के लिए 18 विभागों के कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है। इन कर्मचारियों की प्रत्येक माह दो शिफ्टों में ड्यूटी लगाई जाती है, इस दौरान ये कर्मचारी 12 घंटे चैकपोस्ट पर तैनात रहकर ओवरलोड़ वाहनों की चैकिंग करते है, इस दौरान यदि कोई वाहन ओवरलोड़ पाया जाता है तो उस पर वजन के हिसाब से जुर्माना लगाया जाता है तथा चालान किया जाता है।
एडीसी ने बताया कि वह समय-समय पर इन चैक पोस्टों की मॉनिटरिंग स्वयं बिना कोई पूर्व सूचना दिए करते है उन्होंने बताया कि रात को जब बिजली विभाग के रामपाल नाम के कर्मचारी ने रिश्वत लेकर ट्रक निकलवाया तो उसके कुछ समय बाद उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई इस पर संज्ञान लेते हुए उन्होंने तुरन्त एक टीम गठित की। टीम ने तुरन्त हरकत में आते हुए पूरे योजनाबद्ध तरीके से निशान लगे 3 नोट एक नकली ट्रक चालक को दिए, जिनमें दो नोट 200-200 के व एक नोट 100 रूपए का शामिल था। ट्रक चालक के साथ एक सहायक भी बिठाया गया, जिसनें अपना ओवरलोड़ ट्रक छुडवाने की एवज में मौके पर तैनात बिजली विभाग के कर्मचारी रामपाल को मंगलौरा चैकपोस्ट पर निशान लगे तीन नोट दिए। चैकपोस्ट पर तैनात कर्मचारी ने पैसे लेते ही ट्रक को वहां से निकाल दिया। इस दौरान आरटीए निशांत यादव ने अपनी टीम के साथ बड़ी ही चतुराई से रामपाल नामक कर्मचारी को मौके पर धर-दबोचा तथा मौके पर कर्मचारी की तलाशी भी ली गई। तलाशी के दौरान कर्मचारी की जेब से निशान लगे 3 नोटों सहित 39 हजार 160 रूपए की नकद राशि बरामद की गई। आरोपी कर्मचारी को वहां से मधुबन थाना ले जाया गया, जहां उसने ड्यूटी पर पैसे लेकर ओवरलोड़ वाहनों को छोडऩे की बात को कबूल किया। इस दौरान अन्य चैक पोस्टों पर तैनात कर्मचारियों में भी हडकंप मच गया।
आरटीए निशांत यादव ने बताया कि इस पूरे मामले की गहनता से जांच करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग के आरोपी क्लर्क रामपाल के खिलाफ मधुबन थाने में मामला दर्ज करवा दिया गया है तथा मौके पर बरामद राशि जमा करवा दी गई है। एडीसी ने बताया कि अगर इस घटना में आरोपी के साथ-साथ अन्य कोई ओर भी कर्मचारी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएंगी।