करनाल – करनाल पुलिस ने व्यापारी को हनी टै्प में फंसा कर एक करोड़ रूपये ऐंठने वालों को पकड़ा

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करनाल – करनाल के दो व्यापारियों ने पुलिस को शिकायत दी कि कुछ व्यक्ति एक महिला के साथ मिलकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं। उन्हें धमकी दे रहे हैं कि यदि उसने एक करोड़ रूपये नही दिए तो वे उस महिला द्वारा उसके खिलाफ बलात्कार की धाराओं में मामला दर्ज करवा उसे पुलिस के हवाले कर देगें। जिससे घबराकर व्यापारियों ने उन्हें पैसे देने के लिए हां कर दी और 20 लाख रूपये में मामला निपटाने की बात हो गई। व्यापारियों ने बताया कि दिनांक 28.11.18 को वे लोग अपनी महिला साथी गीता वासी हिसार के साथ आए और व्यापारियों से 20 लाख रूपये ले गए। इस पर भी महिला व उसके साथियों की संतुष्टि नहीं हुई और उन्होंने फिर से पैसे मांगने शुरू कर दिए व बार-बार उन पर दबाव बनाने लगे। जिस पर व्यापारियों ने पुलिस से सहायता मांगी।

पुलिस द्वारा एक योजना बनाई गई , जिसके आधार पर महिला व उसके साथियों को पैसे देने की बात को मंजूरी दे दी गई और उन्हें पैसे लेने के लिए करनाल बुलाया गया। एक बार फिर से व्यापारियों से मोटी रकम लेने के चक्कर में वे लोग दौड़े चले आए। जहां पर 06 दिसंबर को कल्पना चावला मैडिकल कालेज करनाल में व्यापारियों से 13 लाख रूपये लेकर निकलते समय राजेन्द्र सिंह व उनकी टीम द्वारा आरोपी सत्यवान पुत्र रणपत वासी राजथल और मनोज पुत्र पृथ्वी सिंह वासी राजथल जिला हिसार को गिरफतार कर लिया गया। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जे से पीड़ितों से लिए गए 13 लाख रूपये व एक दौनाली बंदूक और 12 गोलियां भी बरामद की गई।
आज इस बारे में जानकारी देते हुए निरीक्षक मोहन लाल ने बताया कि आरोपी सत्यवान ने साल 2005 से साल 2010 तक करनाल के एक व्यापारी के पास ड्ाईवर की नौकरी की थी। जिस दौरान उसे व्यापारी के कारोबार व उसकी संपति के बारे में काफी कुछ जानकारी हो गई थी। साल 2010 में उसने अपनी गाड़ी खरीद ली व इस हिसार में टैक्सी के रूप में चलाने लगा, इसी दौरान उसकी मुलाकात हिसार की रहने वाली एक महिला गीता से हुई। गीता उसकी टैक्सी किराये पर लेकर कई बार ईधर-उधर जाती थी, इसी दौराने उसे गीता के बारे में पता चला कि वह अच्छे चरित्र की महिला नहीं है, तो उसने गीता को कहा कि क्यों न एक बड़ा मुर्गा फसा लें और गीता इसके लिए तैयार हो गई। इसके बाद उसने गीता को करनाल के व्यापारी का नंबर दे दिया और गीता ने फोन के माध्यम से व्यापारी को अपने प्रेम जाल में फांस लिया। व्यापारी ने गीता को मिलने के लिए दिल्ली के होटल में बुलाया, तो वह सत्यवान की टैक्सी में चली आई, ईधर से व्यापारी भी अपने एक अन्य साथी व्यापारी के साथ वहां पहुंच गया। जहां पर उन्होंने गीता की मर्जी के साथ उसके साथ संबंध बनाए और अगली सुबह करनाल वापिस चले आए।
उन्होंने बताया कि उसके बाद से ही सत्यवान व्यापारियों को लगातार फोन करने लगा और कहने लगा कि उनके बारे में गीता के घर वालों को पता चल गया है। अब उसके घर वाले उन्हें नही छोड़ेगें और उनके खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवाएगें। जिससे व्यापारी घबरा गए और उसे मानने के लिए कहने लगे, जिसके लिए उन्होंने व्यापारियों से एक करोड़ रूपये की मांग की। आरोपियों ने व्यापारीयों से 20 लाख रूपये ले भी लिए और अभी ओर पैसे ऐंठने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने उनके मनसुबों पर पानी फेर दिया और दूसरी बार में व्यापारियों से लिए गए 13 लाख रूपये के साथ उन्हें धर दबोचा।
पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के खिलाफ थाना सिविल लाईन में धारा 384,389,506,120-बी व धारा शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज किया गया। आज दोनों आरोपियों को अदालत के सामने पेशकर दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है और आरोपियों से उनकी महिला साथी गीता व उसके नाना के संबंध में पूछताछ की जाएगी और पहली बार में लिए गए 20 लाख रूपये बरामद किए जाएगें।