करनाल – पासपोर्ट मामला जैसा ही मामला , था कुछ और बना दिया था कुछ और

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करनाल / दिल्ली – हिन्दू लड़की तन्वी की मुस्लिम लड़के अनस से शादी के बाद पासपोर्ट बनाने में नाम को लेकर पैदा किये गए विवाद के बीच क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने भले ही मीडिया में आने के बाद बने दबाव में बगैर सत्यापन के घंटे भर में ही तन्वी सेठ का पासपोर्ट जारी कर दिया हो, पर पोस्ट वेरिफिकेशन में उनका पासपोर्ट जब्त होने कीआशंका अब पासपोर्ट अधिकारी जता रहे हैं। दरअसल, तन्वी ने नोएडा में रहते हुए पासपोर्ट में लखनऊ का पता दिया  है। बाद में पता चला कि यह हिन्दू मुस्लिम का मसला नहीं बल्कि तकनीकी गलतियां थी l एक चैनल पर आई खबर के मुताबिक किसी ने इस खबर की सच्चाई जाने बगैर इसे हिन्दू मुस्लिम का मसला बना दिया गया l कुछ लोगों का कहना है कि कुछ मीडिया के लोग कैसी कैसी खबरों को मिर्च मसाला लगाकर कैसे पेश कर देते हैं बिना सच्चाई जाने , जिससे न समाज का भला होता है न देश का l क्योंकि उन्हें पता है कि झूठी मसालेदार खबर पर ज्यादा लोगों का ध्यान जायेगा l

हालाँकि मामले की सच्चाई सामने आने के बाद पासपोर्ट अधिकारी के समर्थन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिल्ली संघ के प्रचार प्रमुख राजीव तुली ने अपने निजी ट्वीट में लिखा है कि लखनऊ के पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा को न्याय मिलना चाहिए , उन्होंने पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा का समर्थन करते हुए कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कानून से ऊपर नहीं हैं  ,उन्हें अपने अधिकारी का पक्ष सुनना चाहिए l

ऐसा ही एक मामला हरियाणा के करनाल जिले के गाँव नेवल में भी देखने को मिला था इसी तरह मामूली कहासुनी को हिन्दू मुस्लिम की लड़ाई बना दिया गया , बस फिर क्या था अख़बार क्या और चैनल क्या सब बिना सच जाने एक से बढ़कर एक  … खबरों में दिया गया गांव में तनाव, भारी पुलिस बल तैनात किसी ने दिया कट्टर हिन्ददूवादी गुंडे मस्जिद में घुस गए और खूब हंगामा किया,  तो किसी ने दिया मस्जिद की दीवार गिरा दी गई l यहाँ तक भी आया कि नमाज़ और अजान  को उन्होंने करने से रोक दिया है, मुस्लिम समाज पर हमला , उनमे डर बना हुआ है l ये खबर सुनकर या देखकर भला कौन नहीं घबराएगा , चाहे इसके पीछे की सच्चाई कुछ और ही हो l और बात यहाँ रुकी नहीं बल्कि इसे कुछ दिन पहले हुए गुरुग्राम के मसले से जोड़ दिया गया था l

जब इस बात की हमारी टीम द्वारा पड़ताल की गई तो देखा वहां दूर दूर तक भी ऐसा कुछ नहीं था पता चला कि इसे बिना सच्चाई जाने मामूली कहा सुनी से हिन्दू मुस्लिम मसले में धकेल दिया गया था l गांव नेवल में उसी दिन पहुंचने पर वहां अलग अलग लोगों से बात करने पर पता चला कि चार युवक आये थे जो मस्जिद में ज्यादा लाउडस्पीकर लगने पर कहासुनी करने लगे थे  , उन्होंने कहा कि इतने कम नमाज़ी हैं और इतने ज्यादा लाउडस्पीकर लगा रखे हैं l यानि बस कहासुनी l कुंजपुरा थाने के इंचार्ज ने उस वक्त भी कहा कि वो मौके पर शिकायत आने से भी पहले ही पहुंच गए थे हालाँकि उन्होंने युवकों के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया था l जिसकी कुंजपुरा थाने  के इंचार्ज ने पुष्टि भी की थी l बाद में दीवार की भी सच्चाई सामने आई कि वह नहीं गिराई गई बल्कि मस्जिद में कुछ निर्माण कार्य चल रहा था वह तब ही गिराई गई थी l वहां उपस्थित लोगों ने बताया था कि यहाँ कभी कोई विवाद नहीं होता यहाँ मस्जिद के सामने हर साल कलन्दर साहिब की याद में कव्वाली कार्यक्रम भी होता है जिस पर दूर दूर से मुस्लिम समाज के लोग आते हैं और हिन्दू समाज के लोगों के साथ मिलकर इसे मनाते हैं l

बीजेपी के स्थानीय वरिष्ठ नेता अशोक सुखीजा ने बताया कि मामूली कहा सुनी के मामले को हिन्दू मुस्लिम की लड़ाई बना दिया गया ऐसी अस्थिरता फ़ैलाकर  राज करने की कांग्रेस की मंशा रही है  ,उनके शासन के दौरान देश में 33000 दंगे हुए थे l कुछ मीडिया के लोग भी ऐसे ही लोगों के इशारों पर काम करते हैं l ऐसे ही नेवल में भी हुआ सबको सच्चाई को समझना चाहिए और देश की प्रगति में सहयोग करना चाहिए न कि विवादों में l

करनाल के पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भोरिया से बात कि तो उन्होंने बताया कि वो एक मामूली कहासुनी का मसला था जिसे साथ ही निपटा दिया गया था , विवाद या तनाव जैसी कोई स्थिति यहाँ नहीं थी l