करनाल – मंत्री, विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र के विकास कार्यों की समीक्षा की

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करनाल – मुख्यमंत्री की घोषणाओं को लेकर शुक्रवार को देर सायं स्थानीय विकास सदन में मंत्री कर्णदेव काम्बोज, हैफेड के चेयरमैन एवं विधायक घरौंडा हरविन्द्र कल्याण, विधायक असंध बख्शीश सिंह विर्क, नीलोखेडी के विधायक भगवान दास कबीरपंथी तथा मुख्यमंत्री के ओएसडी अमरेन्द्र सिंह की उपस्थिति में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
उपायुक्त डा. आदित्य दहिया ने बैठक में विधानसभा अनुसार मुख्यमंत्री द्वारा विकास कार्यों के लिए की गई घोषणाओं में से मुख्य: लोक निर्माण विभाग, मार्किंटिंग बोर्ड, सिंचाई विभाग, पंचायत विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा परिवहन विभाग की लम्बित घोषणाओं पर विस्तार से जानकारी दी। उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन घोषणाओं को अमलीजामा पहने में किसी प्रकार की दिक्कत आडे आती तो इसके लिए सम्बन्धित विधायक का सहयोग लिया जाए और विधायक की प्राथमिकता के अनुसार विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करवाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि विकास कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति का केस जब मुख्यालय भेजते है तो उसकी पैरवी स्वयं करें और जल्द से जल्द उस केस को पास करवाकर लाए, स्वीकृति आने का इंतजार ना करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी आपसी तालमेल के साथ कार्य करें और विकास कार्यों में तेजी लाए और जिन कार्यों के टैंडर लग चुके है उनका जल्द से जल्द शिलान्यास करवाकर कार्य शुरू करवाएं।

मंत्री कर्णदेव काम्बोज ने मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं की समीक्षा करते हुए मार्कि ंटिंग बोर्ड की सडक के बारे में पूछा कि क्या जिस सडक़ की बात चल रही आपने वह देखी है? अधिकारी ने बैठक में मंत्री को बताया कि नही सर मैं मौके पर तो नही गया परन्तु मैंने गुगल पर देखा है। मंत्री ने अधिकारी को नसीयत दी कि गुगल की बजाए फील्ड में जाकर देखे, विकास कार्य तो फील्ड में दिखाई देगें। अधिकारियों को अपने काम के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए ताकि लोगों को सरकार के विकास कार्यों का फायदा मिल सके। सरकार को गुगल से काम करने वाले अधिकारियों की जरूरत नही, फील्ड में काम करने वाले अधिकारी ज्यादा प्रिय है। मंत्री ने समीक्षा बैठक के एजेंटे में इन्द्री के बाईपास व सामुदायिक केंद्र की घोषणा को शामिल नही पाए जाने पर इन विकास कार्यों को भी एजेंटे में शामिल करने के निर्देश दिए।

घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण ने समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं पर विस्तार से अधिकारियों के साथ चर्चा की। अधिकारियों ने समीक्षा के दौरान विधायक के सामने विकास कार्यों की पुरानी स्टेटस रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसपर विधायक ने अधिकारियों को कहा कि सरकार द्वारा हर रोज विकास कार्यों को गति दी जा रही और आप अब तक पुरानी रिपोर्ट में ही उलझे हुए हो, कैसे चलेगा, लोग तो जवाब हमसे मांगते है अगर हमने लोगों को कार्य के बारे में अधिकारियों के पास भेजना शुरू किया तो अधिकारियों को काफी दिक्कत आएगी।

बैठक में असंध के विधायक सरदार बख्शीश सिंह विर्क ने सिंचाई विभाग से सम्बन्धित घोषणा की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित विभाग के अधिकारी से पुछा कि कार्यवाही में देरी क्यों है। पानी के अभाव में किसान की फसल  खराब हो रही है, किसानों को क्या जवाब दें। इसी प्रकार उन्होंने निसिंग ब्लॉक के सरपंचों को जारी विकास कार्यों की ग्रांट के बारे में सम्बन्धित अधिकारियों से पूछा कि अभी तक सरपंचों के खाते में नही पहुंची है जिसके कारण काफी दिक्कत आ रही है। उन्होंने असंध के सरकार अस्पताल में एक्स-रे मशीन व सर्जन की नियुक्ति को लेकर मामला प्रशासन के संज्ञान में लाया।

बैठक में नीलोखेडी के विधायक भगवानदास कबीरपंथी ने विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा में जो भी विकास कार्य चल रहे है उन्हें समय से पूरा करे और जो विकास कार्य अभी शुरू नही हुए है उनकी जानकारी उन्हें दें ताकि सरकार से मिलकर उनकी प्रशासनिक स्वीकृति दिलवाई जाएं। उन्होंने बागवानी विश्वविद्यालय, नीलोखेडी नई अनाज मंडी, तरावडी, निगदू व नीलोखेडी बस स्टैंड तथा निसिंग में कन्या महाविद्यालय के कार्य की प्रशासनिक प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री के ओएसडी अमरेन्द्र सिंह ने समीक्षा बैठक में करनाल क्षेत्र में लम्बित विकास कार्यों को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन विकास कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है और टैंडर लग चुके है उनका जल्द से जल्द शिलान्यास करवाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अधिकारी सैद्धांतिक पक्ष की बजाए व्यवाहारिक तौर पर जिम्मेदारी के साथ कार्य करें। इससे विकास कार्यों की गति तेज होगी और लोगों को विकास कार्यों का लाभ मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह विकास कार्यों को अपने नीजि कार्य समझकर करे और जो भी विकास कार्य में सामग्री प्रयोग में लाई जाती है उसकी गुणवता का विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए।