धार्मिक नगरी पुष्कर में आस्था हुई तार तार

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किशोर/ पुष्कर  – धार्मिक ब्रम्हा नगरी पुष्कर में तीर्थस्थल की आड़ में नशे के कारोबार और सेक्स व्यापर होने की एक पुस्तक में छपी खबर के बाद तीर्थ नगरी के हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्त्ता पुस्तक सम्पादक के विरोध में आ गए है । तीर्थ पुरोहितों में भी नाराजगी है।पुष्कर की धार्मिक मर्यादा के खिलाफ छपी खबर का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है।

शुक्रवार को विश्व हिन्दू परिषद के पुष्कर नगर प्रमुख  जय कुमार पाराशर ने  विरोध करते हुये पत्रकारों बताया कि एक पुस्तक में छपी  खबर धार्मिक नगरी की धार्मिकता के खिलाफ है । जिसका  हिंदूवादी संगठन  विरोध करता है । उन्होंने बताया कि पुस्तक में छपी खबर के अनुसार पुष्कर में कोई गलत कार्य  होता है । अगर पुस्तक संपादक के पास कोई सबूत है जगजाहिर करे ।  उन्होंने बताया कि पुष्कर में शराब और देहव्यापार जोरो से होता हैं जो गलत है । अगर पुस्तक संपादक छपी खबर को लेकर  माफ़ी नही मांगते हैं तो उग्रआंदोलन होगा ।
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हिन्दुओ की पावन तीर्थ स्थली एंव आस्था का केंद्र तीर्थराज पुष्कर को एक शांतिप्रिय ओर एक अच्छे धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है इसलिए यंहा हजारो की तादाद मे देशी विदेशी पर्यटक श्रदालु पुष्कर स्नान और घूमने के लिए आते है यही नही विदेशी पर्यटकों को पुरे भारत मे पुष्कर को एक अच्छा स्थान मानते है।ओर यंहा आने पर  अपने आपको काफी सुरक्षित एंव अच्छा मानते हुए सबसे ज्यादा पुष्कर में ही रुकते है और आज तक विदेशी पर्यटकों के साथ ऐसी वारदातें नही हुई जिसके चलते तीर्थ नगरी शर्मसार हुई हो ।अपवाद के तौर पर कुछ कैस ऐसे जरूर हुए जिसमे विदेशी पर्यटक नशे में बहक गए हो लेकिन उन्होंने कभी ऐसी हरकत नही की जिसके चलते धार्मिक नगरी शर्मसार हुई हो

हालांकि मई माह में निकली मनोहर कहानियां नामक पुस्तक में विजय माथुर ने किताब की टीआरपी बढ़ाने के लिए हिन्दुओ के इस पावन तीर्थस्थल को शर्मसार करने और इसकी मर्यादाओ को तार तार करने में अपनी तरफ से किसी भी प्रकार की कोई कमी नही छोड़ी उन्होंने पुष्कर के मेले आँचल में विदेशी महिलाओ की नंगी फोटो को एडिटिंग  करके सरोवर के बीचों बीच दर्शाकर तीर्थ राज पुष्कर की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया इसको लेकर पुष्कर के  लोगो मे आक्रोश पैदा हो रखा है।इसके अलावा तीर्थाटन की आड़ में सेक्स व्यापार की जो झूंठी मनगढ़त कहानी प्रस्तुत की वो काफी निंदनीय है जबकि तीर्थ राज पुष्कर में आज तक किसी भी विदेशी महिला को सेक्स रेकिट का मामला प्रकाश में नही आया और नही  कभी विदेशी महिलाओ ने  यंहा पर सेक्स रैकेट चलाया हो लेकिन मनोहर कहानियां के लेखक विजय माथुर ने तो इस धार्मिक नगरी को शर्मसार करने में अपनी तरफ से किसी भी प्रकार की कमी नही रखी तीर्थ राज पुष्कर की जिस तरह से उन्होंने गलत छवि प्रस्तुत की उसकी पुष्कर में सर्वत्र आलोचना हो रही है यही नही स्थानीय तीर्थपुरोहितों सहित विभिन्न संगठनों ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए किताब के प्रकाशक ओर लेखक के खिलाफ हिन्दुओ की धार्मिक नगरी की छवि को धूमिल करने पर उन्हें कड़ी सजा देने की मांग के लिए आंदोलन करने की चेतावनी दी है।