नाबालिग से गैंग रेप और हत्या के मामले में पुलिस सवालो के घेरे में

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नन्दलाल / शाहजहांपुर – यूपी के शाहजहांपुर में निर्भया जैसे गैंगरेप और हत्या के मामले में पुलिस की कार्यवाही बड़े सवालों के घेरे में आ गयी है। पुलिस ने साधारण रेप बताकर एक शख्स  को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया दिया। जबकि पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों का दावा है कि ये एक गैंगरेप था जिसके बाद नाबालिग की हत्या की गई है। पुलिस की खानापूरी वाली कार्यवाही से नाराज परिवार ने सही खुलासा ना होने  पर पूरे परिवार सहित आत्मदाह की धमकी दी है। साथ योगी सरकार से मामले की सीबीआई जांच कराने की गुहार लगाई है।

हाथ जोड़कर सीएम योगी और पीएम मोदी से न्याय की गुहार लगाता ये परिवार सोनी (बदला हुआ नाम) का है। थाना रौजा इलाके की रहने वाली सोनी की 17 अक्टूबर 2017 को दिन दहाड़े उसका अपहरण करके गैंग रेप के बाद निर्मम हत्या कर दी गई थी। सोनी घर से अपने खेत पर गई थी जहां पहले उसका अपहरण किया गया और बाद में गैंगरेप के बाद उसकी गला दबाकर प्राईवेट पार्ट पर हमला और शरीर धारधार हथियारों से हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट करने वाले डाक्टरों की माने तो जिस बेरहमी से नाबालिग की गैंगरेप के बाद हत्या हुई थी वो किसी अकेले हत्यारे का काम नही बल्कि दो या तीन लोगों ने
मिकलकर घटना को अंजाम दिया गया था। नाबालिक के प्राईवेट पार्ट को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त किया गया था साथ उसके शरीर पर चाकुओं के कई निशान मौजूद थे। पोस्टर्माटम  रिपोर्ट के अनुसार उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। लेकिन पुलिस ने मामले में खानापूर्ति करते हुए एक अधेड़ शख्स को आरोपी बनकार उसे जेल भेज दिया। पहले सुनिये पुलिस की ये कहानी।

वहीं डाक्टरों ने पुलिस की कार्यवाही को ही सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। नाबालिग के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों के पैनल का दावा है कि नाबालिग के साथ गैंगरेप हुआ है जिसमें दो से ज्यादा लोग शामिल होने की पूरी संभावना है। क्योंकि जिस बेरहमी से उसके शरीर पर चोटें  मिली है वो अकेला शख्स नही कर सकता।

इस घटना के बाद गांव में ऐसी दहशत है जिसके कारण गांव की ज्यादातर लड़कियों ने स्कूल जाना छोड़ दिया है क्येांकि परिवार वालों की माने तो पुलिस ने ये एक फर्जी खुलासा किया है और असली गुनाहगार खुले में घूम रहे है जो कभी भी दूसरी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। परिवार ने सीएम योगी और पीएम मोदी से गुजार लगाई है कि पूरे मामले की सीबीआई जांच करायी जाये। परिजनों ने धमकी दी है कि अगर उन्हे न्याय नही मिला तो वो सामुहिक आत्मदाह कर लेंगे।

शाहजहांपुर का ये मामला दिल्ली के निर्भया काण्ड से कम नही है। फर्क सिर्फ इतना है कि निर्भया के लिए लोग सड़कों पर उतर आये थे और घटना के सही आरोपी सलाखों के पीछे है। लेकिन इस पूरे मामले में पुलिस ने फर्जी खुलासा करके घटना के रूख को ही बदल दिया है। ऐसे में अगर इस पूरी घटना की जांच किसी स्वतन्त्र एजेन्सी से करायी जाये तो निश्चत तौर पर मामले में बड़ा खुलासा निकल कर सामने आयेगा। फिल्हाल इलाके में दरिन्दे खुले घूम रहे है जिसके कारण आस पास के इलाकों में बेटियां दहशत के कारण घर से नही निकल रही है।