नैनीताल – मां नंदा-सुनंदा के दर्शनों के लिये श्रद्धालुओं की भारी भीड़

0
214

कान्तापाल/  नैनीताल – कुमाऊ की कुल देवी मां नंदा-सुनंदा आज अपने ससुराल से अपने मायके यानी कुमाऊ की धरती पर आई थी । नैनीताल के मां नयना देवी मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद मां नंदा-सुनंदा की प्रतिमाओं को भक्तों के दर्शनों के लिये खोल दिया गया है। मां नंदा-सुनंदा के दर्शनों के लिये आज सुबह 3 बजे से नैनीताल के मां नयना देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है। बड़ी संख्या में भक्त अपनी कुल देवियों के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। आपको बता दें कि मां नंदा-सुनंदा को कुमाऊ में कुल देवी के रूप में पूजा जाता है। चंद राजाओं के दौर में मां नंदा-सुनंदा को कुल देवी के रूप में चंद राजा पूजा करते थे और अब संपूर्ण कुमाऊ के लोग मां नंदा-सुनंदा को कुल देवी के रूप में पूजते हैं। भगवत जोशी पंडित ने बताया कि  ऐसा माना जाता है कि मां नंदा और सुनंदा साल में एक बार अपने मायके यानी कुमाऊ में आती हैं और यही कारण है कि अष्टमी के दिन यानी आज कुमाऊ के विभिन्न स्थानों पर मां नंदा और सुनंदा की प्रतिमा तैयार कर प्राण प्रतिष्ठा के बाद समझा जाता है कि मां नंदा-सुनंदा अपने मायके पहुंच गई हैं। मां नंदा-सुनंदा की अगले तीन दिनों तक कुमाऊ के लोग उपासना करेंगे और 1 सितंबर को भव्य डोला भ्रमण के बाद मां नंदा-सुनंदा का नैनी झील में विसर्जन किया जाएगा। विसर्जन की यह परंपरा है कि मां नंदा-सुनंदा को मायके से ससुराल विदा करने की परंपरा होती है। नैनीताल के मां नयना देवी मंदिर परिसर में मां नंदा-सुनंदा के दर्शनों को बड़ी संख्या में श्रद्धालू पहंुच रहे हैं।

वंदना सिह एस डी एम ने बताया , बकरों  की बलि  पर नैनीताल हाईकोर्ट  के आदेश के पालन के लिए भी प्रशासन की पूरी नजर है और बलि पर पूरी तरह से रोक है l