पुलिस ने अपहरण किये हुए युवक को छुड़ाया

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पानीपत – पुलिस ने पर्दा व्यवसायी के अपहरण मामले में पकडे गए दस आरोपियो को वीरवार को माननीय न्यायालय मे पेश किया जहा से सभी को न्यायिक हिरासत भेजा गया ।

इस बारे डीएसपी थाना शहर आत्माराम  ने आज मीडिया को  बताया कि  बुधवार को करीब 2व3 बजे  के बीच दो कारो मे सवार अज्ञात नो आरोपियो ने थाना शहर क्षेत्र के अंतर्गत सनोली रोड हेदराबादी अस्पताल के पास से पर्दा व्यवसायी 22 वर्षीय गोरव पुत्र अशोक कुमार निवासी रानी महल पानीपत का अपहरण कर  लिया था  उस वक्त वह अपने बडे भाई सन्नी को दवाई दिलवाने के लिए हैदराबादी अस्पताल मे गया था ।

इस बारे में सूचना मिलते ही  पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने  जिला से निकलने वाले सभी मुख्य मार्गो पर नाकाबंदी कर आरोपियो को काबु कर व अपरहृत  गोरव को आरोपियो के कब्जा से सकुशल छुडाने के आदेश दिए । सर्च आप्रेशन के दोरान सनोली थाना के सामने नाकाबंदी कर वहा से गुजरने वाले सभी वाहनो की गहनता से चैकिंग की जा रही थी । एक स्वीफट व एक इक्कोर्स्पोट गाडी को रूकवाकर जॉच करने लगे तो स्वीफट कार मे गोरव को आरोपियो ने अपने पैरो के नीचे डाल रखा था । पुलिस टीम ने आरोपियो के कब्जा से अपर्हत गोरव को सकुशल छुडा दोनो गाडीयो मे सवार कुल नो आरोपियो को काबू  किया ।

आरोपियो की पहचान दिलशाद पुत्र महबुब, इरसाद पुत्र रूकमदीन, शोहेब पुत्र लियाकत, तोषीब पुत्र शाहदीन, सद्दाम पुत्र इकबाल,सुहेल पुत्र मुकरीम निवासी कैराना, कशीस पुत्र नवीन निवासी मस्ताना चौक पानीपत, सचिन पुत्र रणबीर निवासी महराना पानीपत, संदीप पुत्र जगदीश निवासी पुठर जिला पानीपत के रूप मे हुई ।

गहनता से पुछताछ करने पर आरोपियो ने बताया की सुहेल से गौरव ने 70 हजार रूपए लिए थे वो पेसै निकालने के लिए उन्होने गौरव का अपहर्ण किया था ।अभी तक की गई जॉच मे सामने आया की गौरव ने आरोपी सुहेल से एक भी रूपया नही लिया था आरोपी सुहेल ने घर वालो की डाट फटकार से बचने के लिए गौरव को 70 हजार रूपए देने का झूठ बोला । सुहेल के पिता मुकरीम ने गौरव से 70 हजार रूपए निकालने के लिए गौरव के अपहरण  की साजिश  रची । बुधवार देर रात सुहेल के पिता मुकरीम को उसके घर केराना के काबू  कर लिया है ।

पकडे गए नो आरोपियो के खिलाफ थाना शहर मे आईपीसी की धारा 365 व सुहेल के पिता मुकरीम के खिलाफ 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर सभी आरोपियो को वीरवार को माननीय न्यायालय मे पेश कर न्यायिक हिरासत भेजा गया ।