फरीदाबाद – भारत की पहचान साधु-संतों की भूमि के रूप में : राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी

0
239

सुरेंद्र / फरीदाबाद – हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि मानव जीवन में धर्म का बहुत बडा महत्व है। भारत की पहचान साधु-संतों की भूमि के रूप में होती रही है। यहां के साधु संतों ने विश्व स्तर पर देश को नई पहचान दिलाई है। मोरारी बापू ने भी पूरे विश्व में ज्ञान के साथ-साथ भारतीय संस्कति का प्रचार करने का कार्य किया है।राज्यपाल बुधवार को सेक्टर-12 स्थित हुडा ग्राउंड में विश्व प्रसिद्ध रामकथा वाचक मोरारी बापू की श्रीरामकथा के पांचवे दिन हिस्सा लेने के बाद भक्तजनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बापू जी की कथा से भक्तजनों को अपार उर्जा मिलती है। इस कथा को सुनने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में भक्तजन पहुंचे हैं। उन्होंने मोरारी बापू का अभिनंदन करते हुए कहा कि इस कथा में जैसा माहौल है, अगर हरियाणा व देश में भी ऐसा ही माहौल हो जाए तो यह धरा स्वर्ग के समान हो सकती है। उन्होंने कहा कि रामायण की रचना तो वाल्मीकि ने की थी,  लेकिन 21वीं सदी में बापूजी इसे सबके मन में बसा रहे हैं। मोरारी बापू को देखकर स्वामी रामतीर्थ याद आते हैं। एक बार उन्हें इंग्लैंड में वहां की वेशभूषा पहनने का आग्रह किया गया, जिस पर उन्होंने सब कुछ पहना, लेकिन हैट नहीं पहना और कहा कि सिर पर तो भारत का गौरव व पहचान पगडी है।