बंदियों के मानसिक तनाव को कम करने में आईवीसीएस रहेगा कारगर-प्रो०कप्तान सिंह सोलंकी।

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करनाल –  हरियाणा के राज्यपाल प्रो०कप्तान सिंह सोलंकी ने बंदियों के मानसिक तनाव को कम करने और उनके परिवार से सीधा सम्पर्क करवाने के लिए करनाल की जेल से इनमेट वीडियो कालिंग सिस्टम(आईवीसीएस)की शुरूआत की गई है,इस प्रकार की शुरूआत से बंदियों को काफी सुविधा मिलेगी और अपने परिवार से सीधा सम्पर्क करने का मौका मिल सकेगा। इस प्रकार की सुविधा प्रदेश की अन्य जेलों में भी करवाने का सरकार का प्रयास है।
राज्यपाल मंगलवार को जिला जेल में इनमेट वीडियो कालिंग सिस्टम(आईवीसीएस) का उद्घाटन करने के उपरांत मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इस अवसर पर खाद्य,नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री कर्ण देव कम्बोज, महानिरीक्षक कारागार (पुलिस) डा0 एम.रवि किरण, महानिरीक्षक कारागार, जगजीत सिंह, अपर महानिरीक्षक कारागार डा. हरीश कुमार, उपायुक्त करनाल डा0 आदित्य दहिया, पुलिस अधीक्षक, करनाल  जश्नदीप सिंह रंधावा, जेल अधीक्षक करनाल शेर सिंह,डीएसपी जसवंत सिंह उपस्थित थे।
राज्यपाल ने मीडिया से कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा जेल में बंदियों को सुविधा देने के उद्देश्य से आज एक विशेष पहल की है। इस पहल के द्वारा कोई भी बंदी  अपने परिजनों से वीडियो कालिंग के माध्यम से आमने-सामने बात करके अपने परिवार की स्थिति व अपनी जानकारी विस्तार से दे सकते है। इससे बंदियों के तनाव में कमी आएगी और बंदी अपना समय तनावमुक्त रहकर बिता सकेंगे। इतना ही नहीं करनाल जेल में बेहतरीन व्यवस्था है,यहां पर बंदियों की मानसिक दृष्टि से सोच में बदलाव लाने के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार की गतिविधियां करवाई जाती है,जोकि अपने आप में एक सराहनीय कदम है। बंदियों के लिए जेल में रंगशाला,उद्योगशाला का प्रबंध है। कोई भी बंदी अपनी इच्छा अनुसार जेल में काम करके आजीविका कमा सकता है। उन्होंने जेल का भ्रमण किया और व्यवस्था को जाना।
महानिदेशक कारागार के.सेल्वराज ने बताया कि इस समय हरियाणा राज्य में कुल 19 जेल है,जिनमें तीन केन्द्रीय व 16 जिला जेल शामिल है। इनमें करीब 18500 बंदी बंद हैं। उन्होंने बताया कि बन्दियों के कल्याण, उत्थान व उनके तनाव को कम करने के लिए और उनके परिवारजनों से आमने-सामने बातचीत करवाने हेतु विडियो कालिंग की आधुनिक तकनीक आईवीसीएस की सुविधा प्रदान की गई है, जिस बारे बन्दियों में बड़ा उत्साह देखा गया है। बन्दियों को उनके परिवारजनों से दूरभाष पर सतत् सम्पर्क में रखने हेतु सभी बड़ी जेलों में वर्ष 2014 से परिसन इनमेट कालिंग सिस्टम(पीआईसीएस) स्थापित किये गये हैं जिनके माध्यम से पुरूष बन्दी अपने घर पर अपने परिजनों से सप्ताह में पैंतीस मिनट एवं महिला बन्दी सप्ताह में साठ मिनट तक बात कर सकते हैं।