मेरठ – मेरठ में मेयर के शपथ ग्रहण समारोह में वंदेमातरम के गान को लेकर जबरदस्त हंगामा हो गया। शपथ शुरू होने के बाद मेयर के खड़े होते ही भाजपा पार्षदों और नेताओं ने वंदेमातरम गाना शुरू कर दिया। बीएसपी की मेयर और बसपा समेत गैर भाजपा पार्षद और अतिथियों ने गान नहीं किया और बैठे रहे। जयभीम और अल्लाहुआकबर के नारे लगने लगे। इससे पहले शपथ स्थल पर होर्डिंग और फ्लैक्स फाड़ने को लेकर भी दोनों पक्ष आमने सामने आ गए और पूरे समारोह में हंगामा ही होता रहा l
भाजपा सिर्फ नगर निगम में नहीं, बल्कि अन्य तमाम राजनीतिक पटलों पर वंदेमातरम की पक्षधर रही है, जिसके विरोध में तमाम सियासी दल उतर चुके हैं। वंदेमातरम गायन में मंच पर जहां मंडलायुक्त, विधायक एवं नगर आयुक्त खड़े हो गए, वहीं महापौर सुनीता वर्मा बैठी रह गई। उनके समर्थक चुप रहे। भले ही बसपाइयों ने वंदेमातरम नहीं गाया, किंतु महापौर का इस दौरान खड़ा न होना नई बहस को हवा दे गया। विरोध यहीं नहीं खत्म हुआ। जैसे ही सुनीता वर्मा ने महापौर की शपथ पूरी की, उसी वक्त भाजपा पार्षद संदीप रेवड़ी ने तत्काल राष्ट्रगान शुरू कर दिया, जिनका साथ सिर्फ भाजपाई पार्षदों ने दिया। इसके बाद महापौर सुनीता वर्मा ने राष्ट्रगान शुरू किया, जिस दौरान भाजपाई बायकाट करते हुए वहां से निकल गए। उन्होंने भी राष्ट्रगान का लिहाज नहीं किया। सुनीता वर्मा के राष्ट्रगान में कई त्रुटियां चर्चा में रहीं।
डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा ,राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान दोनों के साथ अपमानजनक स्थिति बनाई गई। जिस मुखिया को राष्ट्रीय अस्मिता पर भरोसा नहीं, उसके लिए संविधान और देशहित क्या मायने रखेगा?