शाहजहांपुर – फर्जी लाईसेन्स के आधार पर खरीदे गए हथियार बरामद

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नंदलाल/ शाहजहांपुर – यूपी की शाहजहांपुर ने बन्दुकों और रायफलों के जखीरे का बड़ा खुलासा किया है जिसमें पुलिस ने फर्जी लाईसेन्सी के आधार पर खरीदी गई 13 बन्दूके और रायफलें  बरामद की है। पुलिस हथियारों के जखीरे के साथ सात लोगों को गिरफतार किया है जों फर्जी लाईसेन्स पर हथियार की खरीदारी कराते थे। आंश्का व्यक्त की जा रही है कि फर्जी लाईसेन्स पर खरीदे गये कारतूस अपराधियों को सप्लाई किये गये है। फिल्हाल पुलिस दावा कर रही है कि अभी कई और बन्दूके और रायफले बरामद कर ली जायेगी। सभी आरोपियों को जेल भेजने के बाद पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है। पुलिस की गिरफत में खड़े ये पांचो लोग हथियारों के बड़े सौदागर है जों पहले फर्जी लाईसेन्स तैयार करते है और बाद में फर्जी लासेन्स के आधार पर बन्दूके और रायफल की खरीदारी करवाते थे। पकड़े गये लोगों ने शस्त्र विभाग
के बाबुओं के साथ मिलकर पहले दो सौ से ज्यादा फर्जी लाईसेन्स तैयार करवाए। इस फजी लाइसेन्सों को बीस से तीस हजार में अपराधियों को बेंचा गया। जिसके बाद इन्ही फर्जी लाईसेन्स के आधार पर अब तक इस गिराहे ने दर्जनों बन्दूके और रायफलों की खरीद मुरादाबाद जिले से करवायी। इतना ही नहीं फर्जी लाईसेन्सों के आधार पर अब सैंकड़ों कारतूस भी खरीदे जा चुके है जिनका हिसाब न ही पुलिस के पास है और न ही इस गिराहे के पास है। सूचना के बाद पुलिस की सर्विलान्स टीम और क्राईम ब्रान्च ने इन सात लोगों को गिरफतार किया है जिनमें अमर सिंह इस गिरोह का मुखिया है जो फर्जी लाईसेन्स बनाकर तैयार करता था। इसमें सस्त्र विभाग के दो बाबुओं की भूमिका भी है।

सुभाष चन्द्र शाक्य, एएसपी  ने बताया कि अभी तो सिर्फ 13 असलाह बरामद हुए है लेकिन पूरे मामले की गहनता से तफतीश की जा रही है और पुलिस को उम्मीद है कि अभी हथियारों की और बरामदगी जायेगी। साथ जिन जगहों  से ये हथियार खरीदे गये हैं  उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी।

नक्सलियों के लिए कारतूस और असलाह इसी तरह से मुहैया कराये  जाते हैं । ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि जब यहां फर्जी तरीके से दो  सौ से ज्यादा फर्जी लाईसेन्स तैयार कर दिये गये तो वो बाकी बचे हथियार कहाँ  हैं  और खरीदे गये कारतूस किसे सप्लाई किये हैं । फिल्हाल पुलिस अभी इस मामले में और कार्यवाही करने का दावा कर रही है।