शिक्षा का स्तर बढ़ने से ही समाज का स्तर उंचा उठता है – डीसी

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करनाल –  बच्चों के सर्वांगिण विकास में परिवार और शिक्षण संस्थान दोनों ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं, जहां एक ओर परिवार बच्चों को संस्कारवान बनाने की भूमिका अदा करता है वहीं शिक्षण संस्थान बच्चों को नैतिक मूल्यों पर आधारित शिक्षा देकर जीवन में आगे बढऩे की प्रेरणा देते हैं, उपायुक्त मंदीप सिंह बराड़ ने कहा । वह मंगलवार को कैथल रोड़ स्थित केन्द्रीय विद्यालय के वार्षिक समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित बच्चों और उनके अभिभावकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित करके किया। इसके बाद उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि कोई भी स्कूल मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता से भी अपनी पहचान बनाता है क्योंकि वर्तमान समय में शिक्षा की गुणवत्ता समाज और राष्ट्र के लिए बहुत जरूरी है, शिक्षा की बेहतरीन व्यवस्था से भविष्य निखर कर आता है। ऐसी व्यवस्था करने की सांझी जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिक्षित व्यक्ति की पहचान केवल पढ़ाई-लिखाई से नहीं होती बल्कि राष्ट्रभक्ति की भावना तथा बड़ों का मान-सम्मान करने से भी होती है।
डीसी ने कहा कि  हमें अपने बच्चों को आदर्शवादी संस्कार देने के लिए शिक्षा के प्रति प्रेरित करने की भी जरूरत है। शिक्षा का स्तर बढऩे से ही समाज का स्तर उंचा उठता है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपने बच्चों को उनके रूचि के अनुरूप ही शिक्षा प्रदान करने में मदद करनी चाहिए। मौजूदा समय में बच्चों को विभिन्न प्रकार की प्रतिस्पर्धाओं से गुजरना पड़ रहा है ऐसे में केन्द्रीय विद्यालय बच्चों को इन प्रतियोगिताओं में आगे बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। जिला प्रशासन केन्द्रीय विद्यालय में चल रही हर प्रकार की गतिविधियों में सहयोग के लिए तैयार है। समारोह में स्कूल के प्रिंसीपल राजेन्द्र सिंह ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत  की , कार्यक्रम में नोमनी चेयरमैन डा० वीना मनी,मीना गोयल, पूनम निगम, विकास सुखीजा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।