स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री थे, जिन्होने अपनी विलक्षन प्रतिभा और कर्तव्य बोध के बलबूते पर बीड़ा उठाया था। उन्होने उपस्थित लोगो का आह्वान किया कि हम सब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के आदर्शों पर चलते हुए सामाजिक, समरसता और भाईचारे की भावना को अपनाने का संकल्प लें कि जाति-धर्म से ऊपर उठकर कार्य करेंगे, ताकि राष्ट्र और अधिक मजबूत हो सके। उन्होने यह भी कहा कि हमे औछी सोच रखने वाले तथा समाज को जातिवाद व धर्म के नाम पर तोडऩे वाले लोगो से बचना चाहिए।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि देश में ऐसे महानुभव पैदा हुए हैं, जिन्होने जाति के आधार पर नहीं बल्कि कुशलता एवं क्षमता की बदौलत विश्व पटल पर अपना नाम चमकाया है। कार्यक्रम में भाजपा एस.ई. मोर्चा के पदाधिकारी जयपाल वाल्मीकि, भान्ना राम, सोहन लाल, अशौक जैन, राजबीर चौहान, संजय मॉडल टाऊन, ऊषा पांचाल, गीता परौचा, नवदीप चावरिया, अमीलाल, मदन लाल, जय भगवान, विक्रम, दिलावर, सुनील, विक्की जानी, जगबीर उपलाना, महीपाल, सुल्तान, राम कुमार, प्रेम सिंह चनालिया सहित कई गणमान्य उपस्थित थे।काम्बोज ने अम्बेडकर जयंती समारोह में विचार गोष्ठी व लेखन प्रतियोगिता में अव्वल स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों को नकद राशि देकर सम्मानित किया। विचार गोष्ठी में आंचल ने प्रथम, राजेश ने द्वितीय, साईना ने तृतीय स्थान हासिल किया तथा प्रीति व काजल को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। इसी प्रकार लेखन प्रतियोगिता में आंचल प्रथम, रोहित द्वितीय, गुलिना खातुन तृतीय तथा रेणू व कविता को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। मंत्री ने विचार गोष्ठी में अव्वल स्थान हासिल करने वाली कुमारी आंचल व राजेश को अपने ऐच्छिक कोश से 11-11 हजार रूपये देने की घोषणा की।