15 व 18 फरवरी के आंदोलन व धरने-जूलूस की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूर्णत: प्रतिबद्ध – डीसी

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करनाल – उपायुक्त डा०आदित्य दहिया  ने कहा कि विशेष समुदाय के लोगों द्वारा 15 फरवरी को जींद में भाजपा की प्रस्तावित रैली में व्यवधान डालने तथा 18 फरवरी को किये जाने वाले आंदोलन की चेतावनी के दृष्टिगत जिला में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए  प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है । उन्होंने कहा कि प्रशासन शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूर्णत: प्रतिबद्ध है, किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा। असामाजिक व शरारती लोगों के साथ प्रशासन सख्ती से निपटेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे ट्रैक और नहरों की सुरक्षा हर हाल में सुनिश्चित बनाई जाएगी। कहीं भी जाम की स्थिति पैदा नहीं होने दी जाएगी, ताकि जनता को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।
उपायुक्त वीरवार को देर सायं लघु सचिवालय के सभागार में जिला में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के दृष्टिगत पुलिस और भिन्न-भिन्न विभागों के सिविल अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक कर तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा के अतिरिक्त जिला के सभी उपमण्डलाधीश, नगराधीश, उप पुलिस अधीक्षक, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी तथा थानाध्यक्षों ने भाग लिया।
बैठक में उपायुक्त ने नगराधीश को निर्देश दिए कि वे सभी विभागाध्यक्षों को पत्र जारी कर सूचित करें कि वे 14 से 19 फरवरी तक अपने-अपने कार्यालयों की सुरक्षा के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाएं, पुलिस व प्रशासन की सुरक्षा भी रहेगी। वन विभाग के फोरेस्ट ऑफिसर व रेंजर इत्यादि महत्वपूर्ण नाको पर भेजे जाएंगे। सभी जे.सी.बी. और क्रेन मालिकों को आर.टी.ए. कार्यालय के माध्यम से नोटिस देकर सूचित किया जाए कि वे उक्त अवधि मेें सबंधित एस.डी.एम. की अनुमति के बिना किसी को किराए पर ना दें। उन्होने सभी ड्यूटी मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि वे अपने वाहनों में लाऊड स्पीकर, सायरन, मल्टीकलर फ्लैशर तथा टॉर्च जैसे जरूरी उपकरण सुनिश्चित रखें। फायर टैण्डर सबंधित थानाध्यक्षों से सम्पर्क बनाए रखेंगे।
उपायुक्त ने जिला पुलिस अधीक्षक से कहा कि जिला न्यायिक परिसर व लघु सचिवालय की सुरक्षा के लिए ज्यादा से ज्यादा इंतजाम किए जाएं। कम्यूनिटी लीडरों के वाहनों की पहले ही पहचान कर ली जाए। जिला राजस्व अधिकारी को कहा गया कि वे नहरों की सुरक्षा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए आंदोलनकारियों की गतिविधियों पर नजर रखें और इसकी सूचना संबंधित ड्यूटी मजिस्ट्रेट को समय पर दें। उन्होने बैठक में उपस्थित सभी उपमण्डलाधीशों से कहा कि वे अपने-अपने एरिया में स्थित स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करें, सभी स्कूल संचालक प्रशासन के साथ तालमेल बनाए रखें।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा पुलिस प्रशासन कानून व्यवस्था को लेकर हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। जहां तक तैयारी की बात है पुलिस फोर्स के पास अपनी 9 कम्पनियां है, जरूरत के लिए सरकार से अतिरिक्त मांग कर ली जाएगी। इसके अतिरिक्त उपद्रव को रोकने के लिए एंटी राईट उपकरण पर्याप्त मात्रा में हैं। उन्होने बताया कि समुदाय विशेष के लीडरों से सम्पर्क किया जा रहा है और अपने सभी सोर्स को सक्रिय कर दिया गया है।