करनाल – नव वर्ष के आगमन से पहले शहर का पहला स्मार्ट पार्क अपने नए स्वरूप में होगा। नवीनीकरण को लेकर इन दिनों विकास कार्यों की यहां गहमा-गहमी है। अनुमानित 3 करोड़ रूपये की लागत से किए जा रहे कई कार्यों से अधिकारी पार्क की सुरत को सजाने-संवारने में लगे हैं। मुकम्मल होने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री इसका उदघाटन करने आएंगे। कर्णताल पार्क के बाद यह शहर का दूसरा रिनोवेटिड पार्क होगा।
उपायुक्त ने पहले अधिकारियों से अब तक हुए कार्यों की प्रगति रिपोर्ट ली और फिर पूरे पार्क का दौरा किया। उन्होने अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों की सराहना की और अपने काम में ढील भरतने वाले ठेकेदार वअधिकारियों को फटकार के लहजे में समझाते हुए कार्य को तेजी से निपटाने के आदेश दिए। उन्होने 1 करोड़ 13 लाख रूपये के खर्च से तैयार किए जा रहे म्यूजिकल फाउनटेन के कार्य की प्रगति को देखा। अगले कुछ दिनों में यहां रिप्पल इंजीनियरिंग प्राईवेट लिमिटेड एजेंसी फाऊनटेन का सामान लेकर आने वाली है। इसके पास ही 49 लाख 23 हजार रूपये की लागत से तैयार हो रहे ओपन एयर थिएटर के कार्य का भी उपायुक्त ने निरीक्षण किया। इस राशि से अर्धवृताकार स्टैप्स तथा फाउनटेन की वाटर बॉडी बन कर तैयार हो चुकी है।
उन्होने पार्क में खूबसूरत घास लगाने से पहले वहां डाली गई मिट्टी ओर लैंडस्केपिंग के लिए बनाए गए छोटे-छोटे माऊंटस का भी निरीक्षण किया और इस कार्य में तेजी लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। पार्क के प्रवेश द्वार की मुख्य बाउण्डरी वाल पर स्टेनलेस स्टील की ग्रिल और उसके आगे बनाई गई पार्किंग पर लगी टाईलों को देखकर उपायुक्त संतुष्ट हुए। उन्होने कहा कि मुख्य गेट से इलेक्ट्रिक स्टोर तक जाने वाले रास्ते पर भी इसी तरह की 80 एम.एम. टाईलें लगाई जाएं। उन्होने निर्देश दिए कि मुख्य बाउण्डरी के दोनो किनारों पर आर्क शेप के बड़े गेट बनाए जाएं, जो देखने में सबसे हटकर हों।
कर्ण पार्क को स्मार्ट पार्क का रूप देने के लिए ओर क्या-क्या कार्य किए जाने हैं, उपायुक्त ने उन बारे उपस्थित अधिकारियों को नोट करवाया। उन्होने बताया कि इसमें फ्री वाई फाई सुविधा देने के लिए तुरंत टैण्डर लगा दिया जाए। एंट्री और एग्जिट पर 8 सी.सी.टी.वी. कैमरे लगने चाहिए। पार्क में 2 गैजीबों बनेगी, उन पर सोलर पैनल लगाया जाए। उसी के माध्यम से यहां बैठने वाले लोगों को मोबाईल फोन चार्ज की सुविधा मुहैया होगी। पार्क में हाई मास्ट लाईट के अतिरिक्त कम ऊंचाई के बोलार्ड पोल लगाने से पहले उनकी फाउनडेशन भरने का कार्य कर लिया जाए। जाते-जाते उपायुक्त अधिकारियों को नोट करवा गए कि अगले 15 दिन के बाद दोबारा पार्क का निरीक्षण किया जाएगा, उस समय प्रगति सामने दिखाई देनी चाहिए, किसी भी तरह की ढील बर्दाशत नहीं की जाएगी।