करनाल – हरियाणा में रात के कार्यक्रमों पर रोक

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करनाल –  मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जिला उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर कहा कि प्रदेश में सरकार का लॉकडाउन लागू करने की कोई मंशा नहीं है, क्योंकि इससे आर्थिक गतिविधियां रूक जाती हैं, लेकिन कोरोना के बढ़ते केसों से आमजन को बचाने के लिए सावधानी, सतर्कता और अपील जारी रखें। इस बारे समय-समय पर जारी एडवाइजरी की लोगों को जानकारी दें और उसका पालन भी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग विशेषकर स्वास्थ्य व शहरी निकाय इंतजामों के साथ-साथ सेंसिटाईजेशन बढ़ाएं और कोरोना पर काबू पाने के लिए गंभीरता से कार्य करें। बुधवार को अचानक कोरोना के केस 5 हजार से ज्यादा आने पर उन्होंने चिंता जताते कहा कि यह पीक का आंकड़ा है, लेकिन आम लोगों में कोरोना को लेकर भय की स्थिति न फैले, इसके लिए प्रदेश का आपदा प्रबंधन विभाग आज ही एक एडवाइजरी करने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों की भीड़ से कोरोना फैलने का खतरा ज्यादा बना रहता है, ऐसे में सरकार की ओर से इन्डोर में 50 और खुले में 200 लोगों की असेंबली के लिए जारी एडवाइजरी का जिला प्रशासन पूरी तरह से पालन करवाएं। विवाह-शादी के कार्यक्रम भी चल रहे हैं, उपायुक्त लोगों को समझाएं कि ऐसे कार्यक्रमों को बदलकर रात की बजाए दिन में कर लें तो अच्छा रहेगा, अन्य कार्यक्रमों में भी बंधन रखें। रेडक्रास सोसायटी के पास एक्टिव मशीनरी और वॉलिंटियर हैं, उन्हें डिप्यूट रखें। गंभीरता दिखाएं, सख्ती ठीक है लेकिन अपील से काम लें। मुख्यमंत्री ने धरने प्रदर्शन करने वालों से भी अपील कर कहा कि मौजूदा समय मानवता के बचाव के लिए है। किसी को भी धरने प्रदर्शन करने की मनाही नहीं है लेकिन समय के हिसाब से चलना चाहिए। उन्होंने उपायुक्तों से कहा कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए बाहर से आने वाले लोगों पर खास नजर रखें। कंटेनमेंट जोन के साथ माईक्रो कंटेनमेंट जोन भी बनाएं।
वीसी में बोलते सीएम ने मौजूदा गेहूं खरीद प्रक्रिया पर भी अपनी बात कही और जोर दिया कि कईं जिलों में उठान प्रक्रिया धीमी चल रही है, इसे बढ़ाएं, चाहे मंडियों में आवक को कम करें। इस काम में जितनी भी टीमें लगी हैं उनको तेज करें। अभी गेहूं की आवक भी पीक पर है, यदि अतिरिक्त खरीद केन्द्र बनाने पड़ें तो बना लें इसके लिए कोई राईस मिल, पक्का ग्राऊंड, शैड और स्कूलों में उपलब्ध जगह भी हो सकती है।
वीसी में मौजूद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों को कांफ्रैंसिंग के जरिए संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर अभी प्रदेश कठिन दौर से गुजर रहा है। इसे रोकने के दो तरीके यानि लॉकडाउन व सख्ती है। लॉकडाउन हम नहीं चाहते लेकिन जिंदगी चलती रहे और बचती रहे इसके लिए सख्ती जरूरी है। लोगों को बचाने के लिए उनकी नाराजगी झेल सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन कोरोना से बचाव के सभी तरीके मास्क, दो गज दूरी, सैनिटाइजेशन को पूरी सख्ती से लागू करवाएं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी इंतजाम पर्याप्त हैं, सबके सामूहिक सहयोग से कोरोना की लड़ाई को जीतेंगे। उन्होंने उपायुक्तों  से कहा कि हर जिले में मॉनिटरिंग कमेटी बनाएं और उसकी डेली रिपोर्ट लें। प्राईवेट अस्पतालों के लिए रेमडेसिवीर वैक्सीन के रेट फिक्स किए गए हैं, उनकी भी चैकिंग करें, कहीं भी ओवरचार्ज न हो, यह समय प्रॉफिट कमाने का नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग होम आइसोलेशन में हैं, आंगनबाड़ी व दूसरे वॉलिंटियर घर जाकर उनके भी स्वास्थ्य की जांच करें। सभी विभाग एक्टिव इंवॉल्वमेंट रखें, जहां भी दिक्कतें आएंगी, उनको भी दूर करेंगे।
वीसी में करनाल के उपायुक्त करनाल निशांत कुमार यादव मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि जिला में पिछले कुछ दिनों में जो केस बढ़े हैं वे स्कूलों से शुरू हुए थे, अब इस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। दूसरी ओर तरावड़ी, नीलोखेड़ी जैसी जगहों पर लगाए गए लंगरों से भी केस बढ़े। उन्होंने बताया कि जिला में कोरोना से बचाव व ईलाज के लिए पर्याप्त इंतजाम हैं, इसके तहत 64 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। केसीजीएमसी को डेडिकेटिड कोविड अस्पताल बनाया गया है, गैर कोविड गतिविधियों को सिविल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है, 600 सिलेंडर व 10 हजार लीटर का टैंक मौजूद है। अभी ऑक्सीजन पर 63 पेशेंट हैं, 10 वेंटिलेटर पर हैं। कुल 250 बैड रिजर्व हैं, जिनमें 100 आईसीयू के हैं। आईएमए के साथ भी समन्वय किया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और सभी तैयारियां की गई हैं।