Karnal : बाहरी या स्थानीय ?

0
216

कुलदीप सिंह बांगड़/करनाल – हरियाणा में लोकसभा चुनाव की तारीख अभी दो महीने दूर है। ऐसे में अभी सभी पार्टियों के प्रत्याशी तय होने में समय लगेगा। लेकिन हर गली- नुक्कड़ पर एक ही बात की चर्चा है कि कौन किस पार्टी का प्रत्याशी होगा। लोगों में सबसे ज्यादा उत्सुकता भाजपा प्रत्याशी को लेकर है। पार्टी संगठन से जुड़े लोगों की स्थानीय को टिकट दिए जाने की मांग के बाद भाजपा संगठन पसोपेश में फंस गया है।

भाजपा के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो करनाल से पार्टी बड़े नामों पर विचार कर रही है ताकि उसका फायदा सोनीपत, कुरुक्षेत्र, अम्बाला आदि सीटों पर भी उठाया जा सके। इन बड़े नामों में वर्तमान में केंद्रीय मंत्री और यूपी के पीलीभीत से सांसद मेनका गांधी का नाम सबसे आगे है। इनके अलावा पूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर और 1983 विश्व क्रिकेट कप टीम के प्रमुख खिलाडियों में शामिल रहे चेतन शर्मा के नाम पर भी भाजपा नेतृत्व विचार कर रहा है। स्थानीय प्रत्याशियों पर विचार हुआ तो सबसे आगे प्रदेश महामंत्री संजय भाटिया का नाम है। प्रदेश महामंत्री वेदपाल, ग्रन्थ अकादमी के वाइस चेयरमैन प्रो. वीरेंद्र चौहान, पूर्व मन्त्री शशिपाल मेहता भी प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं। करनाल से कई अन्य दावेदार हाईकमान से सम्पर्क साधकर टिकट के लिए जुगाड़ लगाने में जुटे हैं। सूत्र बताते हैं कि घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण और पूंडरी के विधायक दिनेश कौशिक भी हाईकमान से सीधे सम्पर्क साधकर टिकट पाने को आतुर हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि टिकट किसकी झोली में आएगा।

केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और चेतन शर्मा की टीम काफी दिनों से लोकसभा क्षेत्र में पहुंची हुई हैं। इसलिए यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि मेनका गांधी का करनाल से भाजपा का टिकट लगभग फाइनल है। मेनका का करनाल के कलवेहड़ी गांव से सम्बन्ध रहा है। उनके सिख परिवार से होने को भी उनके टिकट की मजबूत दावेदारी का कारण माना जा रहा है। क्रिकेटर चेतन शर्मा पर भी पार्टी दांव खेल सकती है। उन पर दांव खेलने के पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि वह ब्राह्मण होने के साथ ही पंजाबी भी हैं। उनके बारे में बताया जा है कि उन्होंने कई वर्षों से करनाल में घर खरीदा हुआ है।
कांग्रेस में अभी प्रत्याशी के नाम पर अभी कुछ साफ़ नहीं हो रहा है। वीरेंद्र राठौड़ के पीछे हटने की चर्चाओं के बाद अरविन्द शर्मा के साथ ही अवंतिका तंवर का नाम भी कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चर्चा में है। लेकिन कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक अभी तक की दावेदारी में कुलदीप शर्मा का नाम आगे है l

कुछ नेता कई पार्टियों के सम्पर्क में
कुछ नेता ऐसे भी हैं जो कई-कई पार्टियों से सम्पर्क में हैं। एक नेता के बारे में तो यह जानकारी मिल रही है कि वह भाजपा के साथ ही कांग्रेस और बसपा के भी लगातार सम्पर्क में है। भाजपा से टिकट नहीं मिल पाने की स्थिति में यह नेता बसपा के टिकट का तलबगार है। बसपा और लोसुपा का गठजोड़ होने के बाद इस नेता को लगता है कि बसपा से टिकट मिल जाये तो उसकी अपनी बिरादरी के वोटों के साथ बसपा-लोसुपा के वोट मिल गए तो वह अच्छे खासे अंतर से जीत दर्ज कर लेगा।